गुरुवार सुबह से ही झमाझम बारिश शुरू होने से सड़कें जलमग्न हो गई। नालों में पानी ओवरफ्लो होने से सड़कों पर बह निकला। दूधगली, रेलवे स्टेशन रोड, बस स्टैंड और फूलगली आदि स्थानों पर सड़कों पर पानी जमाव होने से आवागमन प्रभावित हुआ। वहीं रविवार का हाट बाजार बारिश के कारण अस्त्र-व्यस्त नजर आया। इसके अलावा बाजार में इक्का-दुक्का दुकानें ही खुली दिखी। इधर, बारिश होने से शहर का मौसम सुहाना रहा। जिस कारण चौपाटियों पर गरमागर्म भजिए और पकोड़े खाने के लिए लोगों की भीड़ लगी रही।
फसलों को हुआ फायदा, दोबारा लहलहा उठी
फसलों को हुआ फायदा, दोबारा लहलहा उठी
कृषि विभाग की मानें तो रूक-रूककर झमाझम और रिमझिम बारिश से खेतों में पानी जमा नहीं हो रहा है। यह फसलों के लिए अच्छा संकेत है। तेज बारिश से पानी बहकर निकल जाता है। रिमझिम बारिश से पानी धरती में जा रहा है। जिससे कृषि के लिए उपयोग होने वाले जलस्त्रोतों को भी फायदा है। अगर इसी तरह बारिश होती रही, तो न सिर्फ खरीफ की फसल को फायदा होगा। बल्कि रबी की फसल के लिए भी यह बारिश वरदान साबित होगी।
बॉक्स…
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पिछले वर्ष की अपेक्षा 52 एमएम बारिश कम
जिले में इस वर्ष अब तक 394.7 एमएम बारिश औसत दर्ज की गई है। जबकि पिछले साल एक जून से अब तक 446 एमएम औसत बारिश हो चुकी थी। इस प्रकार पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष अब तक 52 एमएम बारिश कम हुई है। वहीं खंडवा ब्लॉक में अब तक 646 एमएम बारिश दर्ज की गई है। इसके अलावा हरसूद में ३१६ एमएम, पंधाना में 452.8, पुनासा 214 और खालवा में 345 एमएम बारिश दर्ज की गई।
जिले में इस वर्ष अब तक 394.7 एमएम बारिश औसत दर्ज की गई है। जबकि पिछले साल एक जून से अब तक 446 एमएम औसत बारिश हो चुकी थी। इस प्रकार पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष अब तक 52 एमएम बारिश कम हुई है। वहीं खंडवा ब्लॉक में अब तक 646 एमएम बारिश दर्ज की गई है। इसके अलावा हरसूद में ३१६ एमएम, पंधाना में 452.8, पुनासा 214 और खालवा में 345 एमएम बारिश दर्ज की गई।