थाना में कहा हम साथ रहेंगे, घर भी लेकर गया
8 जून को हम दोनों ने पुलिस थाने में बयान दिए। दोनों ने कहा था कि हम प्रेम करते हैं और शादी कर साथ रहेंगे। इस पर मुझे युवक के साथ उसे घर भेज दिया गया। वह घर लेकर पहुंचा तो उसके पिता ने हम दोनों को घर से जाने का बोला। युवक ने दो दिन का समय मांगा। इसके बाद उन्होंने घर में रहने दिया। इस दौरान भी प्रेमी ने शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया। इसी बीच एक दिन पीडि़ता का प्रेमी खेत गया था। तभी प्रेमी के परिचित ने घर में आकर मारपीट की और दुष्कर्म किया। वहीं प्रेमी के परिजन प्रताडि़त करने लगे। परेशान होकर प्रेमी के साथ खेत में बनी टपरी में रहने लगे।
8 जून को हम दोनों ने पुलिस थाने में बयान दिए। दोनों ने कहा था कि हम प्रेम करते हैं और शादी कर साथ रहेंगे। इस पर मुझे युवक के साथ उसे घर भेज दिया गया। वह घर लेकर पहुंचा तो उसके पिता ने हम दोनों को घर से जाने का बोला। युवक ने दो दिन का समय मांगा। इसके बाद उन्होंने घर में रहने दिया। इस दौरान भी प्रेमी ने शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया। इसी बीच एक दिन पीडि़ता का प्रेमी खेत गया था। तभी प्रेमी के परिचित ने घर में आकर मारपीट की और दुष्कर्म किया। वहीं प्रेमी के परिजन प्रताडि़त करने लगे। परेशान होकर प्रेमी के साथ खेत में बनी टपरी में रहने लगे।
तीन दिन जंगल में भटकती रही
खेत में उसके चाचा आए और उन्होंने मारपीट कर मुझे भगा दिया। साथ ही प्रेमी के पिता ने थाने जाकर गुमशुदगी की शिकायत भी दर्ज कराई। करीब तीन दिन तक जंगल में भटकते हुए खालवा थाने पहुंची। शिकायत की तो पुलिस ने समझाइश देकर घर भेज दिया। अपने घर पहुंचकर पीडि़ता ने प्रेमी को फोन लगाया और शादी करने की बात कही तो प्रेमी बोला- हम दोनों का गोत्र एक है। इस कारण हम आपस में भाई-बहन हुए। इसलिए तुम्हारे साथ शादी नहीं कर सकता हूं। पीडि़ता ने आरोप लगाते हुए थाने में पुलिस सुनवाई नहीं कर रही है। उसने एसपी कार्यालय में आवेदन सौंप कार्रवाई की मांग की है।
खेत में उसके चाचा आए और उन्होंने मारपीट कर मुझे भगा दिया। साथ ही प्रेमी के पिता ने थाने जाकर गुमशुदगी की शिकायत भी दर्ज कराई। करीब तीन दिन तक जंगल में भटकते हुए खालवा थाने पहुंची। शिकायत की तो पुलिस ने समझाइश देकर घर भेज दिया। अपने घर पहुंचकर पीडि़ता ने प्रेमी को फोन लगाया और शादी करने की बात कही तो प्रेमी बोला- हम दोनों का गोत्र एक है। इस कारण हम आपस में भाई-बहन हुए। इसलिए तुम्हारे साथ शादी नहीं कर सकता हूं। पीडि़ता ने आरोप लगाते हुए थाने में पुलिस सुनवाई नहीं कर रही है। उसने एसपी कार्यालय में आवेदन सौंप कार्रवाई की मांग की है।