2.45 लाख हेक्टेयर से ज्यादा में रबी की बोवनी
जिले में रबी सीजन में 2 लाख 45 हजार 800 हेक्टेयर क्षेत्र में बोवनी का लक्ष्य रखा गया है। इसमें गेहूं का रकबा 1 लाख 86 हजार 500 हेक्टेयर और चना का रकबा 45 हजार हेक्टेयर है। मसूर, मटर, बटरा सहित अन्य फसलों की भी बोवनी होना है। पिछले साल 2 लाख 7679 हेक्टेयर में बोवनी हुई थी। जिसमें से1 लाख 34 हजार हेक्टेयर में गेहूं और 55800 हेक्टेयर में चना की बोवनी हुई थी। इस गेहूं का रकबा करीब 52 हजार हेक्टेयर बढऩे व चने का रकबा 10 हजार हेक्टेयर घटने का लक्ष्य है।
जिले में रबी सीजन में 2 लाख 45 हजार 800 हेक्टेयर क्षेत्र में बोवनी का लक्ष्य रखा गया है। इसमें गेहूं का रकबा 1 लाख 86 हजार 500 हेक्टेयर और चना का रकबा 45 हजार हेक्टेयर है। मसूर, मटर, बटरा सहित अन्य फसलों की भी बोवनी होना है। पिछले साल 2 लाख 7679 हेक्टेयर में बोवनी हुई थी। जिसमें से1 लाख 34 हजार हेक्टेयर में गेहूं और 55800 हेक्टेयर में चना की बोवनी हुई थी। इस गेहूं का रकबा करीब 52 हजार हेक्टेयर बढऩे व चने का रकबा 10 हजार हेक्टेयर घटने का लक्ष्य है।
गेहंू की बोवनी के लिए उपयुक्त समय
उप संचालक कृषि आरएस गुप्ता ने बताया कि हर साल जिले में अक्टूबर के अंतिम सप्ताह से 5 नवंबर तक बोवनी पूरी हो जाती थी। इस बार लगातार बारिश होने से बोवनी में 15-20 दिन लेट होने की स्थिति निर्मित हो गई है। वैसे गेहंू की फसल पर इसका असर नहीं होगा। गेहंू की बोवनी का सबसे उपयुक्त मौसम 10 से 25 नवंबर के बीच का होता है। चना व अन्य फसलों की बोवनी जरूर देरी से शुरू होगी।
दवा खरीदते समय ले बिल
उप संचालक कृषि गुप्ता ने बताया किसान भाईयों से निवेदन है कि वहां सोयायटी के अलावा अगर बाजार से बोवनी के लिए बीज, यूरिया, रासायनिक दवा व अन्य चीज खरीदता है तो वे दुकानदार से पक्का बिल अवश्य ले। पक्का बिल लेने से किसानों को फायदा होता है।
उप संचालक कृषि आरएस गुप्ता ने बताया कि हर साल जिले में अक्टूबर के अंतिम सप्ताह से 5 नवंबर तक बोवनी पूरी हो जाती थी। इस बार लगातार बारिश होने से बोवनी में 15-20 दिन लेट होने की स्थिति निर्मित हो गई है। वैसे गेहंू की फसल पर इसका असर नहीं होगा। गेहंू की बोवनी का सबसे उपयुक्त मौसम 10 से 25 नवंबर के बीच का होता है। चना व अन्य फसलों की बोवनी जरूर देरी से शुरू होगी।
दवा खरीदते समय ले बिल
उप संचालक कृषि गुप्ता ने बताया किसान भाईयों से निवेदन है कि वहां सोयायटी के अलावा अगर बाजार से बोवनी के लिए बीज, यूरिया, रासायनिक दवा व अन्य चीज खरीदता है तो वे दुकानदार से पक्का बिल अवश्य ले। पक्का बिल लेने से किसानों को फायदा होता है।
खरीफ फसल की बोवनी का लक्ष्य
फसल पिछले वर्ष का लक्ष्य वर्तमान वर्ष का लक्ष्य
गेहंू 134000 186500
मक्का/अन्य 2500 1450
चना 55800 45000
मटर 300 250
मसूर 100 75
अन्य दलहन -0 400
सरसों/राई 70 100
अलसी 50 10
गन्ना 350 350
फसल पिछले वर्ष का लक्ष्य वर्तमान वर्ष का लक्ष्य
गेहंू 134000 186500
मक्का/अन्य 2500 1450
चना 55800 45000
मटर 300 250
मसूर 100 75
अन्य दलहन -0 400
सरसों/राई 70 100
अलसी 50 10
गन्ना 350 350