सीएसपी ललित गठरे ने बताया आरोपी धार जिले से कार में सवार होकर खंडवा आते थे। यहां सुनसान कॉलोनी या खेतों के किनारे वाले ऐसे घर जिन की खिड़की में लोहे की ग्रिल लगी हो उन्हें चिहिंत करते थे। इसके बाद ढाबे पर खाना खाते और रात होने का इंतजार करते थे। रात में गाड़ी सड़क पर खड़ी कर मकान के पास पहुंचे और निगरानी करते थे। मकान के लोगों के सोने के बाद खिड़की की ग्रिल तोड़कर दुबला होने पर आरोपी जनपद सदस्य रामला को मकान में प्रवेश कराते थे और गहने व नकद लेकर फरार हो जाते थे।
खरगोन की दस और इंदौर की दो वारदातें कबूली
पूछताछ में आरोपियों ने खंडवा सहित आसपास के जिलों में वारदातें करना कबूल की है। इस दौरान खरगोन शहर में 8 चोरी, भीकनगांव और बड़वाह में एक-एक वारदातें करना कबूला। वहीं इंदौर में परदेशीपुरा व चंदन नगर में दो वारदातें की। बड़वानी जिले के सेंधवा में दो, ठिकरी में एक वारदात की। इसके अलावा हरदा सहित अन्य जिलों में 15 से अधिक चोरी व लूट की वारदातें करने की बात पूछताछ में आरोपियों ने कबूली है।
कार्रवाई टीम में ये थे शामिल
कोतवाली टीआइ बीएल मंडलोई, छैगांवमाखन थाना प्रभारी गणपत कनेल, पंधाना प्रभारी राधेश्याम मालवीया, एसआइ रामप्रकाश यादव, शुभम व्यास, रामकुमार गौतम, सुभाष नावड़े, सत्येन्द्र कुशवाहा, एएसआइ आरडी यादव, रमेश मोरे, प्रधान आरक्षक दिनेश उपाध्याय, आरक्षक अमित यादव, अमर प्रजापत, अनिल बछाने, मुन्ना बर्डे, सुनील निगवाल, धर्मेंद्र अहिरवार, बबलू, हरिप्रसाद, जितेन्द्र, सुनील, डायल-100 पायलेट सोनू आदि शामिल थे।