scriptBig Problem – सुरक्षा गार्डों को दो महीने से नहीं मिला वेतन, घर का हुआ बजट, ठंडे पड़े चूल्हे | Security guards did not get salary for two months, home budget defaced | Patrika News

Big Problem – सुरक्षा गार्डों को दो महीने से नहीं मिला वेतन, घर का हुआ बजट, ठंडे पड़े चूल्हे

locationखंडवाPublished: Oct 18, 2020 04:12:45 am

Submitted by:

tarunendra chauhan

एसआइएसपीएल सिक्योरिटी सर्विस मुंबई के सुरक्षा गार्डों का मामला

Security guards

Security guards

खंडवा. सिंगाजी ताप परियोजना में सुरक्षा के लिए एसआइएसपीएल सिक्योरिटी सर्विस मुंबई में कार्यरत नाहरु पिता जोगीलाल निवासी हनुवतिया ने बताया कि 2 दिन पहले कूलिंग टावर के पास ड्यूटी कर रहा था, उस दौरान मेरे सर में बहुत दर्द हुआ और चक्कर भी आने लगे, जिसके बाद मुझे लेने के लिए मेरे घरवाले राखड़ बांध पहुंचे और घर ले आए। जेब में रुपया नहीं है। ठेकेदार को फोन लगाया तो वह बोलता है सरकारी अस्पताल में इलाज कराओ। गाड़ी में पेट्रोल नहीं जेब में रुपए नहीं 3 महीना खत्म होने को है वेतन मिला नहीं कैसे कराऊं इलाज। मेरे दो बच्चे हैं वह भी स्कूल जाते हैं 50 रुपए रोज लगते हैं खर्चे के लिए कहां से दूं। बच्चों की पढ़ाई के लिए ही नौकरी कर रहा था, लेकिन समय पर वेतन नहीं मिलने से सारे सपने चूर होते दिखाई पड़ रहे हैं। किराने वाले ने उधार देना बंद कर दिया बड़े मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं। सभी साथियों के घर के यही हाल हैं।

परियोजना में मेन गेट सहित अन्य जगहों की सुरक्षा का कार्य कर रही एसआइएसपीएल सिक्योरिटी सर्विस मुंबई के 86 सुरक्षा सैनिकों के परिवारों पर खाने का संकट आ गया है। गार्डों क ो अगस्त और सितंबर का वेतन भुगतान नहीं किया है। इससे सुरक्षा सैनिक कठिन दौर से गुजर रहे हैं। इनकी सुनवाई नहीं होने से क्षमता से आधे सैनिक ड्यूटी पर आ रहे हैं। पूछने पर बताया कि आसपास के गांव से आते हैं। पैदल आ कर थक जाते हैं। गाड़ी तो है, लेकिन वेतन नहीं मिलने से पेट्रोल के लिए पैसे कहां से लाएं।

सुरक्षा एजेंसी में कार्यरत सैनिक जब 4 बजे मेन गेट पर मिले तो सब ने विरोध किया और बोले जबसे इस कंपनी ने यहां पर कार्य चालू किया है तबसे आज तक यही हाल है। हमारी कोई सुनवाई नहीं होती। कंपनी अधिकारी की सुनती नहीं, ऐसी कंपनी जो हम लोगों को जान जोखिम में डालकर ड्यूटी करने के बाद भी समय पर भुगतान नहीं कर पा रही है। ऐसी कंपनी का अनुबंध तत्काल निरस्त कर देना चाहिए। अगस्त, सितंबर का पेमेंट नहीं मिला। अक्टूबर भी आधा बीत चुका है। कैसे मनाएंगे त्यौहार कैसे कराएंगे बच्चों की पढ़ाई बगैर रुपए कोई सामान नहीं देता है हर शिफ्ट में 30 सैनिक आते थे अब दस आ रहे हैं।

सुरक्षा सैनिकों का वेतन दिलवाने के लिए उनके मुख्यालय मुंबई बात की है। नोटिस भी दिए गए हैं। मंगलवार तक 2 माह का भुगतान कंपनी के द्वारा किया जाएगा।
– केएस कुशराम, वरिष्ठ सुरक्षा अधीकारी सिंगाजी ताप परियोजना

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