परियोजना में मेन गेट सहित अन्य जगहों की सुरक्षा का कार्य कर रही एसआइएसपीएल सिक्योरिटी सर्विस मुंबई के 86 सुरक्षा सैनिकों के परिवारों पर खाने का संकट आ गया है। गार्डों क ो अगस्त और सितंबर का वेतन भुगतान नहीं किया है। इससे सुरक्षा सैनिक कठिन दौर से गुजर रहे हैं। इनकी सुनवाई नहीं होने से क्षमता से आधे सैनिक ड्यूटी पर आ रहे हैं। पूछने पर बताया कि आसपास के गांव से आते हैं। पैदल आ कर थक जाते हैं। गाड़ी तो है, लेकिन वेतन नहीं मिलने से पेट्रोल के लिए पैसे कहां से लाएं।
सुरक्षा एजेंसी में कार्यरत सैनिक जब 4 बजे मेन गेट पर मिले तो सब ने विरोध किया और बोले जबसे इस कंपनी ने यहां पर कार्य चालू किया है तबसे आज तक यही हाल है। हमारी कोई सुनवाई नहीं होती। कंपनी अधिकारी की सुनती नहीं, ऐसी कंपनी जो हम लोगों को जान जोखिम में डालकर ड्यूटी करने के बाद भी समय पर भुगतान नहीं कर पा रही है। ऐसी कंपनी का अनुबंध तत्काल निरस्त कर देना चाहिए। अगस्त, सितंबर का पेमेंट नहीं मिला। अक्टूबर भी आधा बीत चुका है। कैसे मनाएंगे त्यौहार कैसे कराएंगे बच्चों की पढ़ाई बगैर रुपए कोई सामान नहीं देता है हर शिफ्ट में 30 सैनिक आते थे अब दस आ रहे हैं।
सुरक्षा सैनिकों का वेतन दिलवाने के लिए उनके मुख्यालय मुंबई बात की है। नोटिस भी दिए गए हैं। मंगलवार तक 2 माह का भुगतान कंपनी के द्वारा किया जाएगा।
– केएस कुशराम, वरिष्ठ सुरक्षा अधीकारी सिंगाजी ताप परियोजना