इंदौर मंडी बोर्ड ज्वाइन डायरेक्टर महेंद्र दीक्षित ने संभागीय बैठक में संभाग के सभी जिलों से मंडी सचिव पहुंचे। मंडी बोर्ड के ज्वाइन डायरेक्टर दीक्षित ने मंडी के आय–व्यय, अनुज्ञा सहित अन्य कार्यों की समीक्षा की। गेहूं के सीजन की तैयारियों के बारे में जानकारी ज्वाइंट डायरेक्टर ने सभी मंडी सचिवों से अपने-अपने क्षेत्रों की उपज के बारे में पूछा और कोल्ड स्टोरेज प्लांट कलर शॉर्टेज प्लांट ग्रेडिंग मशीन जैसी कमियों के सुझाव मांगे। खंडवा मंडी सचिव दिलीप कुमार ने ग्रेडिंग मशीन कलर शॉर्टेज प्लांट लगाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में गेहूं की बेस्ट क्वालिटी आती है, खंडवा मंडी में सरकारी प्लांट लगाया जाता है तो किसानों को फायदा होगा। इसी प्रकार खरगोन, बड़वानी मंडी से कोल्ड स्टोरेज का सुझाव दिया।
कलर शर्ट इस प्लांट में डबलिंग की सुविधा होगी। जिसे एक बार अनाज डालने के बाद उसमें कुछ दाने दूसरे रंग के छूट जाते हैं तो प्लांट में दोबारा अनाज ढल जाएगा। मल्टी कलर मशीन होने से कचरा, मिट्टी व अन्य उपज तत्काल छंट जाएगी। किसानों और व्यापारी दोनों उपज की ग्रेडिंग करा सकेंगे।
लीज पर चलेगा प्लांट
प्लांट को मंडी बोर्ड लीज पर लाइसेंस धारी व्यापारी को देगी, जो इसका संचालन करेगा। व्यापारी हर साल मंडी को निर्धारित राशि जमा करेगा और वह अन्य व्यापारियों से सर्विस चार्ज लेगा अनुमानत: एक क्विंटल गेहूं की सफाई, ग्रेडिंग में करीब 35 से 40 रुपए का खर्च आएगा। जो ग्रेडिंग कराने वाले व्यापारी, किसानों देना होगा। प्लांट का प्रफेजल बनाकर मंडी बोर्ड को भेजा जाएगा।