गुरु को देखा खून की कमी से जूझते, छह महीने में ब्लड बैंक तैयार, देश में पहली बार श्रीमद् भागवत कथा की 2 जनवरी से राष्ट्रगान से होगी। जसवाड़ी के मयूर विहार में 2 जनवरी से शुरू होने वाली भागवत कथा के पहले भक्त राष्ट्रगान करेंगे।
खंडवा. देश में पहली बार श्रीमद् भागवत कथा की शुरूआत राष्ट्रगान से होगी। जसवाड़ी के मयूर विहार में 2 जनवरी से शुरू होने वाली भागवत कथा के पहले भक्त राष्ट्रगान करेंगे। इस अनोखी भागवत में हर दिन एक पूरी कॉलोनी के लोग मेहमान होंगे और उन्हें कथा स्थल पर ही भोजन कराया जाएगा। जिसे सांझा चूल्हे का नाम दिया है।
श्रीमद् भागवत ज्ञानगंगा यज्ञ महापर्व आयोजक सतनामसिंह होरा ने कहा 10 साल से शहर में शांति के लिए कथा कराई जा रही है। ताकि शहर के युवा व बच्चे पाश्चात्य सभ्यता के दुष्प्रभाव से बच सकें। इस वर्ष वृंदावन के विष्णुकांत शास्त्री वक्ता होंगे। जो मधुर वाणी से भागवत का सार व उसका महत्व का गुणगान करेंगे। इसके लिए आधा दर्जन अलग-अलग समितियां बनाई है।
कथा के दौरान 101 यूनिट देंगे ब्लड
हरसूद के खेरदा के जंगल में खड़ेश्वर बाबा को अस्पताल में खून की जरुरत हुई। जैसे-तैसे खून की पूर्ति की और तब से ही ब्लड बैंक बनाने की ठानी। छह महीने के भीतर ही 175 सदस्यों का गु्रप बनाकर कथा के दौरान 6 जनवरी को 101 सदस्य रक्तदान कर इसकी शुरूआत करेंगे। बैंक में 7 सदस्य मुख्य होंगे जिनके वॉट्सअप व कंट्रोल रूम नंबर जारी करेंगे।
पूजा-अर्चना करेंगे, पूरी कॉलोनी होगी मेहमान
श्रीमद् भागवत कथा में शहर की आठ कॉलोनीवासी मेहमान बनेंगे। क्योंकि पांडाल में हर दिन एक कॉलोनी के लोग कथा स्थल पर भोजन करेंगे। फिलहाल 8 कॉलोनीवासियों ने स्वीकृति दी है। सांझा चूल्हा में इस दिन किसी भी घर में चुल्हा नहीं जलेगा। रोजाना यहां 700 महिला-पुरुष भोजन प्रसादी ग्रहण करेंग