20 दिन में आई सिर्फ 70 रैक
सिंगाजी परियोजना की चारों इकाइयों को फुल लोड पर चलाने के लिए प्रतिदिन 32 हजार मीट्रिक टन कोयला, यानी रोजाना 8 रैक कोयला चाहिए। एक रैक में 4 हजार मीट्रिक टन कोयला आता है। परियोजना में सिंगरौली, कोरबा, नागपुर की खदानों से कोयला आता है। इस माह में अब तक कोयले की महज 70 रैक ही आ पाई है। बिजली उत्पादन की मांग के अनुसार रोजाना 5 रैक यानी 20 हजार मीट्रिक टन कोयला कम आ रहा है। गुरुवार शाम 6 बजे तक फेस वन की इकाई एक 600 मेगावॉट में से 599 मेगावॉट, इकाई दो 600 मेगावॉट में से 594 मेगावॉट, फैस दो की इकाई तीन 660 मेगावॉट में से 599 मेगावॉट और इकाई चार 660 मेगावॉट में से 595 मेगावाट बिजली उत्पादन कर रही है। चारों इकाइयों से 2396 मेगावॉट बिजली उत्पादन किया जा रहा है।
सिंगाजी परियोजना की चारों इकाइयों को फुल लोड पर चलाने के लिए प्रतिदिन 32 हजार मीट्रिक टन कोयला, यानी रोजाना 8 रैक कोयला चाहिए। एक रैक में 4 हजार मीट्रिक टन कोयला आता है। परियोजना में सिंगरौली, कोरबा, नागपुर की खदानों से कोयला आता है। इस माह में अब तक कोयले की महज 70 रैक ही आ पाई है। बिजली उत्पादन की मांग के अनुसार रोजाना 5 रैक यानी 20 हजार मीट्रिक टन कोयला कम आ रहा है। गुरुवार शाम 6 बजे तक फेस वन की इकाई एक 600 मेगावॉट में से 599 मेगावॉट, इकाई दो 600 मेगावॉट में से 594 मेगावॉट, फैस दो की इकाई तीन 660 मेगावॉट में से 599 मेगावॉट और इकाई चार 660 मेगावॉट में से 595 मेगावाट बिजली उत्पादन कर रही है। चारों इकाइयों से 2396 मेगावॉट बिजली उत्पादन किया जा रहा है।
कोयले के रैक अधिक से अधिक बुलाने की कोशिश की जा रही है। खदानों पर पर भेजा जा रहा है। वहां से रैक लोडिंग करवाए जा रहे हैं।
वीके कैलासिया, मुख्य अभियंता सिगांजी ताप परियोजना
वीके कैलासिया, मुख्य अभियंता सिगांजी ताप परियोजना