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कोरोना काल में कैदियों को सौगात, रक्षाबंधन पर वीडियो कॉलिंग पर कैदी भाई से बहनों ने की मुलाकात

locationखंडवाPublished: Aug 03, 2020 10:17:46 pm

खुली मुलाकात के लिए जेल के बाहर पहुंची बहनें, बोलीं- एक बार भाई का चेहरा ही दिखा दो

Sisters meet inmate in district jail on video calling

Sisters meet inmate in district jail on video calling

खंडवा. कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जिला जेल में 31 अगस्त तक बंदियों की परिजन से खुली मुलाकात पर प्रतिबंध लगा हुआ है। इसके चलते शासन ने कैदियों की परिजन से मुलाकात के लिए ई-मुलाकात की सुविधा शुरू की है। सोमवार को रक्षाबंधन त्योहार से जिला जेल में ई-मुलाकात की शुरुआत की गई। नई सुविधा के चलते रक्षाबंधन पर चार बहनों ने जेल में बंद भाइयों से ई-मुलाकात के लिए आवेदन किए थे। इनमें से एक बहन ही अपने भाई से ऑनलाइन मुलाकात कर सकी। जेल में बंद कैदी अभिनाश पिता तुकाराम ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये अपनी बहनों से बात की। इस दौरान कैदी अभिनाश बहन को देख भावुक हो गया। उसने कहा अब आगे से कोई भी गलत काम नहीं करूंगा। जिससे दोबारा यहां आना पड़े। इधर, रक्षाबंधन पर्व के चलते कुछ बहनें जेल के बाहर अपने भाइयों से मिलने के लिए पहुंची, लेकिन प्रतिबंध के चलते उनकी मुलाकात नहीं हो सकी। इससे वह निराश होकर घर लौट गई।
ई-मुलाकात में दस मिनट कर सकेंगे बात
नई व्यवस्था के तहत कैदियों की जानकारी को भारत सरकार के एनआईसी के ई-प्रिजन सॉफ्टवेयर के जरिये कम्प्यूटर में रखा गया है। इस सॉफ्टवेयर में ई-मुलाकात का ऑप्शन है। बंदियों के परिजन वेबसाइड के जरिये बंदियों से वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से मुलाकात के लिए आवेदन कर सकते हैं। उक्त आवेदन जेल प्रबंधन के पास पहुंचेगा। वह पात्रता देखकर परिजन को ई-मुलाकात के लिए दिन व समय का मैसेज मोबाइल पर भेजेगा। इसके बाद परिजन को तय समय पर कॉल कर जेल में बंद कैदी से बात करना होगी। इस दौरान सिर्फ दस मिनट तक ही बात हो सकेगी। वहीं जेल में बंद कैदी महिने में एक बार की ई-मुलाकात कर सकेगा।

कैदियों की कलाई रहीं सूनी, नहीं हुई मुलाकात
कोरोना संक्रमण के चलते इस बार रक्षाबंधन त्योहार पर जेल में बंद कैदियों की कलाइयां सूनी रही। पर्व पर जेल आकर अपने भाई को राखी बांधने वाली बहनों को मुलाकात की अनुमति नहीं दी गई। सोमवार को रक्षाबंधन पर्व पर जेल पहुंची बहन अनिता निवासी बखार ने बताया उसका भाई जेल में बंद है। राखी बांधने आई हूं, लेकिन मिलने नहीं दिया जा रहा है। अनिता ने जेल प्रबंधन से कहा भाई का एक बार चेहरा ही दिखा दो, लेकिन प्रबंधन ने नियमों के चलते मुलाकात से इनकार कर दिया। भाई से मुलाकात नहीं होने पर बहनों की आंखों से आंसू निकल पड़े और निराश होकर घर लौट गई। यहां बता दें जेल में इस समय 480 कैदी बंद हैं। इनमें 26 महिलाएं शामिल हैं।
वर्जन…
रक्षाबंधन त्योहार से जेल में ई-मुलाकात की शुरुआत की गई है। पहले दिन एक कैदी की बहन से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बात कराई गई। अन्य लोग भी ई-प्रिजन वेबसाइड पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। जेल में 31 अगस्त तक खुली मुलाकात पर प्रतिबंध है।
प्रभात चतुर्वेदी, जेल अधीक्षक, खंडवा
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