बच्चों को बांटना थे, हो गए एक्सपायर, लापरवाही ढंकने जला दिए
खंडवाPublished: Jan 10, 2019 12:48:11 am
साहब के बिस्किट पर भारी ये लापरवाही
खंडवा. ‘स्कूल चलें हम, दूध पिएं हम…Ó स्लोगन के साथ आंगनवाडिय़ों व स्कूलों में छात्र-छात्राओं को उपलब्ध कराया जाने वाला मीठा सुगंधित स्किम्ड मिल्क पाउडर (दूध) के पैकेट लापरवाही की भेंट चढ़ रहे हैं। बच्चों के लिए जो पैकेट बांटे जाने थे, वे रखे हुए ही एक्सपायर हो गए। लापरवाही सामने न आए, इसलिए अब जिम्मेदार इन्हें जलाकर सबकुछ खत्म करना चाह रहे थे लेकिन मामला सामने आ गया। जिले से कुपोषण का कलंक मिटाने के लिए कलेक्टर विशेष गढ़पाले ने यहां नवाचार करते हुए फूलमालाओं या गुलदस्तों से स्वागत-सत्कार की बजाय बिस्किट भेंट करने की परंपरा प्रोत्साहित की। लोगों ने इसे अपनाया भी, लेकिन जिले की कमान संभालने वाले साहब के इन बिस्किट पैकेट पर अधीनस्थों की लापरवाही भारी पड़ रही है। इस तरह के मामले इसके गवाह बन रहे हैं।
शहर के सिविल लाइंस क्षेत्र में जनपद पंचायत भवन के पीछे झाडिय़ों में बुधवार सुबह कचरा जलाया जा रहा था, जब इस कचरे के साथ ही दूध पैकेट भी जलाए जाने की सूचना मिली तो हड़कंप की स्थिति बन गई। कैमरे में नजारा कैद होने लगा तो पैकेट जलाने वाले भाग खड़े हुए। पास में ही स्थित महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी का कार्यालय भी है, वहां के कर्मचारियों से पूछने पर उन्होंने कहा कि ये सामग्री जनपद द्वारा जलाई जा रही है।
अधजले पैकेट पर तारीखे
जनपद पंचायत के पीछे जो पैकेट जलाए गए हैं, उनमें से कुछ अधजले पैकेट पर अंकित उपयोग की अंतिम तारीख 2016 की दिखाई दे रही है। कुछ 2013 के भी हैं। इसका मतलब ये है कि उस समय तक ये दूध पैकेट बच्चों तक पहुंच जाने चाहिए थे। अब यहां 10 बोरे में करीब 1 हजार पैकेट जला दिए गए हैं, जबकि 5 बोरे सुविधाघर में मिले।
जरूरतमंदों को नहीं मिले
मप्र शासन की योजना अंतर्गत आंगनवाड़ी व प्राथमिक स्कूलों में सांची का मीठा सुगंधित स्किम्ड मिल्क पाउडर प्रदाय किया जाता है। एमपी स्टेट को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन लिमिटेड से संबद्ध सहकारी दुग्ध संघों का प्रोपायटरी उत्पाद है। हालांकि यहां ये दूध पैकेट जिलास्तर के दफ्तरों में रखे हुए खराब हो रहा है, जबकि जिन्हें इसकी जरूरत है, वे कुपोषण का शिकार हो रहे हैं।