पूछताछ में आरोपी ने बताया कि पिता दुर्गाराम पटेल (46) निवासी मोहन ने रिश्तेदार व परिचितों को करीब दस लाख रुपए उधारी में दे रखे हैं। उक्त रुपए वापस लेने और नई दुकान खुलवाने के लिए मैं जिद कर रहा था। बार-बार कहने पर भी पिता नहीं माने तब राहुल ने पिता की हत्या की साजिश रची थी। पुलिस मंगलवार को मामले में खुलासा कर सकती है।
धनगांव थाना क्षेत्र के ग्राम मोहना निवासी दुर्गाराम पिता भागीरथ पटेल (46) की ग्राम में जूते-चप्पल की दुकान है। बुधवार शाम उसके पुत्र राहुल पटेल के मोबाइल पर फोन आया कि आपका पार्सल इंदौर से जायसवाल बस में रखा है जो रात 8 बजे अटूट खास पहुंचेगा, आप पार्सल उतार लो। फोन पिता दुर्गाराम ने उठाया था, जिसके बाद वे पुत्र राहुल को लेकर अटूट खास रवाना हुए। रास्ते में रोशनपुरा स्थित पुलिया के पास गाड़ी रुकवाई और मौका पाते ही पीछे से लोहे की रॉड से पिता के सिर पर तीन से चार वार किए। गंभीर घायल होने पर उन्हें सनावद अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से इंदौर रेफर किया। इलाज के दौरान दुर्गाराम की मौत हो गई।
ग्रामीणों को मृतक के बेटे की गतिविधियां संदिग्ध नजर आ रही थी। शुक्रवार को घटनास्थल पर लोहे की रॉड भी मिली थी। ग्रामीणों के अनुसार राहुल घटना को लेकर कई तरह की बातें कर रहा था, जिसके बाद लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी थी। शनिवार को पुलिस ने राहुल को हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की तो सारा मामला सामने आ गया। पुत्र ने अपने पिता की हत्या करना कबूल कर लिया।
राहुल के पिता ने लोन लेकर गांव में जूते चप्पल की दुकान खोली थी। वे चाहते थे बेटा दुकान संभाले और लोन भी चुकाए, लेकिन राहुल ऐसा नहीं चाहता था। वह नई दुकान खोलना चाहता था। इसी के चलते उसने पिता की हत्या की साजिश रची। उसने घटना की रात मोबाइल पिता के पास रख दूसरे मोबाइल से फोन कर पार्सल आने की बात कही। बाद में काल डिटेल से नंबर डिलीट कर दिया। पिता-पुत्र बाइक पर सवार होकर अटूटखास के लिए निकले, बेटे ने रॉड छुपा ली। बाइक चला रहे पिता को रुकने को कहा और लोहे की रॉड से हमला कर दिया। घटना में प्रयोग की गई बाइक (एमपी 09 एमजी 1242 जब्त कर ली है।