मांग पूरी नहीं होने तक हड़ताल की चेतावनी
परियोजना अधिकारी व पर्यवेक्षकों ने शुरू की हड़ताल, मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को दिया ज्ञापन
खंडवा
Updated: March 21, 2022 09:41:44 pm
खंडवा. प्रदेश के परियोजना अधिकारियों एवं पर्यवेक्षकों की लंबे समय से लंबित मांगें पूरी नहीं होने पर हड़ताल शुरू कर दी गई है। 21 मार्च से कामबंद हड़ताल पर जाने को लेकर सोमवार को खंडवा कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम संबोधित एक ज्ञापन दिया गया। जिसमें बताया गया कि आइसीडीएस परियोजना अधिकारी संघ एवं पर्यवेक्षक संघ ने विगत वर्षों में संचालनालय एवं शासन स्तर पर सौंपे कई ज्ञापन सौंपे, लेकिन उन पर ध्यान नहीं दिया और मांगें पूरी नहीं की गईं।
प्रदेश के परियोजना अधिकारियों एवं पर्यवेक्षकों की वेतन विसंगति एवं पदोन्नति संबंधी मांग विगत 25 वर्षों से शासन स्तर पर लंबित है, जिसका विभाग ने कोई निराकरण नहीं किया है, जिससे प्रदेश के परियोजना अधिकारियों एवं पर्यवेक्षकों में बेहद निराशा एवं आक्रोश है।
परियोजना अधिकारियों एवं पर्यवेक्षकों ने अपनी मांगों के संबंध में शासन से निवेदन करने के लिए संयुक्त मोर्चा का गठन किया है। परियोजना अधिकारी एवं पर्यवेक्षक संघ की लंबित मुख्य मांगों में परियोजना अधिकारियों की ग्रेड-पे 3600 रूपए से बढ़ाकर 4800 रुपए किया जाए। वर्तमान में देश के अन्य राज्यों में सबसे कम एवं विकाखण्ड स्तरीय समकक्ष अधिकारियों में सबसे कम ग्रेड-पे परियोजना अधिकारियों का है। पर्यवेक्षकों का ग्रेड-पे 2400 रुपए से बढ़ाकर 3600 रूपए किया जाए, वर्तमान में पर्यवेक्षकों का ग्रेड-पे देश के अन्य राज्यों से सबसे कम है। परियोजना अधिकारियों एवं पर्यवेक्षकों का ग्रेड-पे बढ़ाकर क्रमश: 4800 एवं 3600 रुपए करने का निर्णय विभागीय मंत्री से अनुमोदित प्रस्ताव अगस्त 2018 से वित्त मंत्रालय में लंबित है। ज्ञापन देने वालों में अध्यक्ष नंदराम चौहान, उपाध्यक्ष रुखशाना खान, सचिव कविता सोनी, कोषाध्यक्ष आभा अवस्थी, प्रवक्ता रोजन्द्र सिंह सोलंकी, सह सचिव सुनीता शर्मा समेत अन्य मौजूद रहे।

Strike warning till demand is not met
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