पाकिस्तान के मुसलमान शामिल नहीं इसलिए विरोध?
सुब्रमण्यम स्वामी से जब जेएनयू को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा- ये सब पागल और अनपढ़ हैं। इस कानून में ऐसा क्या है कि इसका विरोध किया जा रहा है। 2003 में 2003 में मनमोहन सिंह जब विपक्ष में थे तो उनका टेप है। जिसमें उन्होंने कहा कि जो लोग धर्म के आधार पर शोषित होकर आए हैं। उन्हें नागरिकता देनी चाहिए। हमने कांग्रेस के ही एजेंड को लागू कर दिया। विरोध इसलिए हो रहा है कि इसमें पाकिस्तान का मुसलमान शामिल नहीं है। वो हमारे देश आना ही नहीं चाहते हैं तो हमने उनके साथ क्या अन्याय किया है।
सुब्रमण्यम स्वामी से जब जेएनयू को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा- ये सब पागल और अनपढ़ हैं। इस कानून में ऐसा क्या है कि इसका विरोध किया जा रहा है। 2003 में 2003 में मनमोहन सिंह जब विपक्ष में थे तो उनका टेप है। जिसमें उन्होंने कहा कि जो लोग धर्म के आधार पर शोषित होकर आए हैं। उन्हें नागरिकता देनी चाहिए। हमने कांग्रेस के ही एजेंड को लागू कर दिया। विरोध इसलिए हो रहा है कि इसमें पाकिस्तान का मुसलमान शामिल नहीं है। वो हमारे देश आना ही नहीं चाहते हैं तो हमने उनके साथ क्या अन्याय किया है।
2025 में हम नबंर 1 हो जाएंगे
सुब्रमण्यम स्वामी ने बढ़ती जनसंख्या पर चिंता जाहिर की। सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा- भारत, चीन के बाद नंबर दो पर है। लेकिन 2015 तक हम नंबर एक हो जाएंगे। कम जनसंख्या को अच्छा मानना ऋणात्मक सोच है। यही जनसंख्या लाभदायक हो सकती है। अगर ठीक से शिक्षा दें। 200 साल पहले ब्रिटेन हमसे पीछे था फिर वो लोकोमेटिव व रेलवे लाए। अमरीका ने इलेक्ट्रिसिटी, टेलीफोन का अनुसंधान किया, टेलीप्रिंटकर, कम्प्यूटर लाए, इससे विकास तेजी से हुआ। हमारे यहां भी शिक्षा को नवीन करने की जरूरत है। जनसंख्या स्वर्ग ला सकती है, कम करने की बात करना वैज्ञानिक रूप से निराधार। शिक्षा पर डेढ़ नहीं बल्कि 6 फीसदी जीडीपी खर्च हो। देश का भविष्य उज्जवल तब होगा जब हम सोच में बदलाव लाएंगे। सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण करने के लिए हम जबरदस्ती नहीं कर सकते हैं। इंदिरा गांधी ने इसका प्रयास किया था लेकिन वो पिट गईं। सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि जनसंख्या को लेकर देश के लोगों को जागरूक करने की जरूरत है।
सुब्रमण्यम स्वामी ने बढ़ती जनसंख्या पर चिंता जाहिर की। सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा- भारत, चीन के बाद नंबर दो पर है। लेकिन 2015 तक हम नंबर एक हो जाएंगे। कम जनसंख्या को अच्छा मानना ऋणात्मक सोच है। यही जनसंख्या लाभदायक हो सकती है। अगर ठीक से शिक्षा दें। 200 साल पहले ब्रिटेन हमसे पीछे था फिर वो लोकोमेटिव व रेलवे लाए। अमरीका ने इलेक्ट्रिसिटी, टेलीफोन का अनुसंधान किया, टेलीप्रिंटकर, कम्प्यूटर लाए, इससे विकास तेजी से हुआ। हमारे यहां भी शिक्षा को नवीन करने की जरूरत है। जनसंख्या स्वर्ग ला सकती है, कम करने की बात करना वैज्ञानिक रूप से निराधार। शिक्षा पर डेढ़ नहीं बल्कि 6 फीसदी जीडीपी खर्च हो। देश का भविष्य उज्जवल तब होगा जब हम सोच में बदलाव लाएंगे। सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण करने के लिए हम जबरदस्ती नहीं कर सकते हैं। इंदिरा गांधी ने इसका प्रयास किया था लेकिन वो पिट गईं। सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि जनसंख्या को लेकर देश के लोगों को जागरूक करने की जरूरत है।
अमित शाह ने जेएनयू पर बोला था हमला
जबलपुर में सीएए के समर्थन में आयोजित रैली को संबोधित करते हुए शाह ने मंच से कहा था- जेएनयू में कुछ लड़कों ने भारत विरोधी नारे लगाए, उन्होंने नारे लगाए कि भारत तेरे टुकड़े होंगे एक हजार, इंशा अल्लाह-इंशाअल्लाह। शाह ने लोगों से पूछा कि उनको जेल में डालना चाहिए कि नहीं डालना चाहिए। अमित शाह के इस सवाल के जबाव में भीड़ ने कहा था- हां।
जबलपुर में सीएए के समर्थन में आयोजित रैली को संबोधित करते हुए शाह ने मंच से कहा था- जेएनयू में कुछ लड़कों ने भारत विरोधी नारे लगाए, उन्होंने नारे लगाए कि भारत तेरे टुकड़े होंगे एक हजार, इंशा अल्लाह-इंशाअल्लाह। शाह ने लोगों से पूछा कि उनको जेल में डालना चाहिए कि नहीं डालना चाहिए। अमित शाह के इस सवाल के जबाव में भीड़ ने कहा था- हां।