1. ओडीएफ डबल प्लस
– शहर को खुले में शौच मुक्त घोषित किया गया है लेकिन अब इसे अपग्रेड किया जा रहा है। इसके लिए ये दावा किया गया है। टीम के कुछ सदस्यों के आने के संकेत है। निगम अमला अलर्ट मोड पर है।
– निगम को ओडीएफ डबल प्लस का सर्टिफिकेट मिला तो मुख्य सर्वेक्षण में इसके अंक जुड़ेंगे। दावे पर खरा नहीं उतरे तो फिर माइनस मार्र्किंग का खतरा भी बना हुआ है। इसलिए ज्यादा ध्यान दे रहे।
– होटलों की तर्ज पर ही शहरों को भी स्टार रेटिंग दी जाती है। पहले ये 1 से लेकर 7 तक होती थी। इस बार इसमें दो रेटिंग कम कर दी गई है। निगम ने फाइव स्टार रेटिंग का दावा किया है।
– साफ-सफाई से लेकर मलबा, सुविधाघर, जलाशयों के आसपास की स्वच्छता, शहर की सुंदरता, लोगों की आदत में बदलाव सहित अन्य मुद्दों पर टीम अगले 15 दिन में कभी-भी दस्तक दे सकती है।
– जनवरी-फरवरी में ये टीम दस्तक दे देगी। सर्वेक्षण 6 हजार अंक का हो रहा है। सर्टिफिकेशन, डॉक्यूमेंटेशन, डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन और सिटीजन फीटबैक के 1500-1500 अंक निर्धारित।
– निगम को पिछले सर्वेक्षण में जनता के फीडबैक ने अच्छे अंक दिलाए थे, इस बार भी ये महत्वपूर्ण रहेगा। दस्तावेजीकरण में पिछली बार कम अंक मिलने से स्थिति गड़बड़ हुई थी।
73 वां स्थान 2017 में
99 वां स्थान 2018 में
93 वां स्थान 2019 में
(स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 में 6 हजार अंक के लिए देश के 4237 शहरों के बीच प्रतिस्पद्र्धा) निगम ये कर रहा है प्रयास
– सुबह, दोपहर और रात में हो रही है सफाई, कचरा अलग-अलग लेने के प्रयास।
– कचरे का उठाव हर घर से हो इसके लिए डोर-टू-डोर वाहनों की संख्या बढ़ाएंगे।
– घरों से अलग-अलग कचरा मिले इसके लिए गीला-सूखा के प्रति कर रहे जागरूक।
– ट्रेंचिंग ग्राउंड पर मटेरियल रिकवरी फेसिलिटी सेंटर बनाया है। यहां मशीनें लगाई गईं हैं।
– सुविधाघरों में फीडबैक मशीनें, सेनेटरी पेड के लिए वेडिंग मशीन और इंसीनरेटर मशीनें लगवाई हैं।
– खुले में गंदगी करने, पेशाब करने या मलबा फैलाने पर जुर्माना भी वसूल किया जा रहा है।
ओडीएफ डबल प्लस की टीम निगम अमला भले ही अलर्ट पर है लेकिन यहां गुप्त सर्वेक्षण की भी संभावनाएं हैं। ये वाटर बॉडीज, टॉयलेट देखेंगे व पब्लिक फीडबैक लेंगे। 5 स्टार रेटिंग के लिए 25 नवंबर से टीमें विजिट करने लगेंगी। निकायों के नाम अभी नहीं दिए गए हैं कि कब, कहां टीम जाएगी। मुख्य टीम भले ही जनवरी में आएगी लेकिन संभवत: फीडबैक शुरू हो गया है।
तीन महीनों के दौरान शहर में तीन टीमें दस्तक देंगी। फिलहाल ओडीएफ डबल प्लस के दावे पर ध्यान है। फिर फाइव स्टार रेटिंग के लिए टीम भी इस महीने के अंत या अगले महीने में दस्तक देगी। जनवरी में मुख्य सर्वेक्षण हो, तब तक पूरी तैयारी कर लेंगे। लोग हमें सहयोग करें। नलों की टोटी न चुराएं। गमले सुंदरता के लिए लगाएं हैं, इन्हें न ले जाएं।
हिमांशु सिंह, आयुक्त, नगर निगम