विवादों में फंसे 4.34 करोड़ रुपए की लागत वाले स्वीमिंग पूल के मामले में संचालनालय से गठित दल ने अपनी रिपोर्ट में तत्कालीन आयुक्त, तत्कालीन कार्यपालन यंत्री सहित वर्तमान में पदस्थ प्रभारी ईई व अन्य को विभिन्न स्थितियों के लिए उत्तरदायी बताया है। प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कमेटी (पीएमसी) गठित करने के लिए कहा है, इसके लिए निगम के जिम्मेदार कागजी प्रक्रिया में जुटे हुए हैं। इधर, इंदौर के गोविंदराम सेकसरिया प्रौद्योगिकी संस्थान (जीएसआइटीएस) तक भी निगम का पत्र पहुंच गया है। वहां से भी पत्र आ गया है। निगम अब प्रक्रिया को जल्द पूरा करेगा तो कुछ ही दिनों में विशेषज्ञों की टीम यहां स्वीमिंग पूल निरीक्षण के लिए आ सकती है। जिसकी रिपोर्ट नगरीय प्रशासन विभाग के चीफ इंजीनियर के पास जाएगा।
पीजी के लिए नोटिस दिया
कांट्रेक्टर पर किस्तों में मेहरबानी करने वाले निगम के जिम्मेदारों ने अब परफॉर्मेंस गारंटी (पीजी) के लिए नोटिस जारी कर दिया है। 36 महीनों के लिए पीजी जमा कराई जाना थी लेकिन दो बार में इसे लिया गया। बड़ी बात तो ये है कि 25 अगस्त 2019 को ये एक्सपायर भी हो गई। अब नया काम शुरू से पहले पीजी जमा होना जरूरी है।
कांट्रेक्टर पर किस्तों में मेहरबानी करने वाले निगम के जिम्मेदारों ने अब परफॉर्मेंस गारंटी (पीजी) के लिए नोटिस जारी कर दिया है। 36 महीनों के लिए पीजी जमा कराई जाना थी लेकिन दो बार में इसे लिया गया। बड़ी बात तो ये है कि 25 अगस्त 2019 को ये एक्सपायर भी हो गई। अब नया काम शुरू से पहले पीजी जमा होना जरूरी है।
एक नजर में ये जानिए…
– स्वीमिंग पूल के लिए तीन टेंडर किए गए, जिसमें हर बार लागत बढऩे व उसका कहीं उल्लेख नहीं होने पर जांच दल ने उठाए हैं सवाल।
– दूषित निविदा प्रक्रिया व स्वीकृति की त्रुटि, नस्ती विधिवत संधारित नहीं करने, सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं होने, सुपरविजन में कमी व कंसलटेंसी के लिए जिम्मेदारों को माना गया है उत्तरदायी।
– प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कमेटी का गठन करने का मकसद ये है कि अगर कार्य शुरू होता है तो इसकी निगरानी हो सके और गुणवत्ता पर ध्यान दिया जा सके।
– स्वीमिंग पूल के लिए तीन टेंडर किए गए, जिसमें हर बार लागत बढऩे व उसका कहीं उल्लेख नहीं होने पर जांच दल ने उठाए हैं सवाल।
– दूषित निविदा प्रक्रिया व स्वीकृति की त्रुटि, नस्ती विधिवत संधारित नहीं करने, सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं होने, सुपरविजन में कमी व कंसलटेंसी के लिए जिम्मेदारों को माना गया है उत्तरदायी।
– प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कमेटी का गठन करने का मकसद ये है कि अगर कार्य शुरू होता है तो इसकी निगरानी हो सके और गुणवत्ता पर ध्यान दिया जा सके।
ट्रस पर अड़ंगा, पूल में बहुत काम
जांच दल की रिपोर्ट के बाद चीफ इंजीनियर ने कहा है कि स्वीमिंग पूल को कवर यानी ट्रस व स्ट्रक्चर कार्य स्थगित करते हुए सर्वप्रथम स्वीमिंग पूल को चालू करने का कार्य प्राथमिकता से कराने की बात कही है। लेकिन स्वीमिंग पूल की टाइल्स टूटी है, पूल चोक है। इस पर पहले काम होगा, इसके बाद आगे की प्रक्रिया बढ़ेगी।
जांच दल की रिपोर्ट के बाद चीफ इंजीनियर ने कहा है कि स्वीमिंग पूल को कवर यानी ट्रस व स्ट्रक्चर कार्य स्थगित करते हुए सर्वप्रथम स्वीमिंग पूल को चालू करने का कार्य प्राथमिकता से कराने की बात कही है। लेकिन स्वीमिंग पूल की टाइल्स टूटी है, पूल चोक है। इस पर पहले काम होगा, इसके बाद आगे की प्रक्रिया बढ़ेगी।
– नोटिस दिया
कांट्रेक्टर को हमने पीजी जमा करने के लिए नोटिस दे दिया है। इसके आधार पर ही काम शुरू हो सकेगा। हालांकि उसके पहले संचालनालय से मिले निर्देशों के आधार पर यहां विशेषज्ञों की टीम से निरीक्षण कराएंगे, उनकी रिपोर्ट जाएगी। जीएसआइटीएस से चि_ी आ गई है।
हिमांशु सिंह, आयुक्त, ननि
कांट्रेक्टर को हमने पीजी जमा करने के लिए नोटिस दे दिया है। इसके आधार पर ही काम शुरू हो सकेगा। हालांकि उसके पहले संचालनालय से मिले निर्देशों के आधार पर यहां विशेषज्ञों की टीम से निरीक्षण कराएंगे, उनकी रिपोर्ट जाएगी। जीएसआइटीएस से चि_ी आ गई है।
हिमांशु सिंह, आयुक्त, ननि