जेसीबी से गिराई दीवारें, टीनशेड ढहा
आगजनी के दौरान गोडाउन में एक लाख से अधिक बारदान रखा हुआ था। गोडाउन बारदान से खचाखच भरी होने के कारण आग पर काबू पाने में दिक्कत आ रही थी। साथ ही आग विकराल होने से अंदर पानी पहुंचा पाना मुश्किल हो रहा था। यह देख जेसीबी मशीन बुलवाई गई और उसकी मदद से गोडाउन की दीवारें तोड़ी। जिसके बाद अंदर पानी का छिड़काव कर आग पर काबू पाने के प्रयास किए गए। इस दौरान गोडाउन का टीनशेड भी ढह गया। इधर, गोडाउन के आसपास धधक रहा बारदान जेसीबी की मदद से हटाया गया।
अप्रशिक्षित कर्मचारी के भरोसे फायर
आगजनी के दौरान गोडाउन में एक लाख से अधिक बारदान रखा हुआ था। गोडाउन बारदान से खचाखच भरी होने के कारण आग पर काबू पाने में दिक्कत आ रही थी। साथ ही आग विकराल होने से अंदर पानी पहुंचा पाना मुश्किल हो रहा था। यह देख जेसीबी मशीन बुलवाई गई और उसकी मदद से गोडाउन की दीवारें तोड़ी। जिसके बाद अंदर पानी का छिड़काव कर आग पर काबू पाने के प्रयास किए गए। इस दौरान गोडाउन का टीनशेड भी ढह गया। इधर, गोडाउन के आसपास धधक रहा बारदान जेसीबी की मदद से हटाया गया।
अप्रशिक्षित कर्मचारी के भरोसे फायर
इधर, आगजनी की घटना के दौरान अप्रशिक्षित लोग आग पर काबू पाने की मशक्कत कर रहे थे। इससे आग कम बुझ रही थी और पानी ज्यादा बर्बाद हो रहा था। स्थिति यह थी कि भीड़ के बीच जिसके हाथ में फायर फाइटर और टैंकर का पाइप आता वहीं आग को बुझाने में लग गया। यदि प्रशिक्षित कर्मचारी आग पर काबू पाने की मशक्कत करते तो शायद जल्द काबू पाया जा सकता था।
…तो हो सकती थी बड़ी घटना
आगजनी के दौरान गोडाउन के ठीक बाजू से आईस्क्रीम फैक्ट्री थी। यहां दस से अधिक फ्रीजर रखे हुए थे। आग लगने की खबर मिलते ही लोगों ने ताबड़तोड़ आईस्क्रीम फैक्ट्री में रखे फ्रीजरों को बाहर निकाला। यदी फ्रीजर आग की चपेट में आ जाते तो बड़ी घटना से इनकार नहीं किया जा सकता था।
फायर फाइटर की हो उचित व्यवस्था
बारदान गोडाउन में आग लगने की सूचना पर एक फायर फाइटर आई। उसके जाने के बाद करीब पौन घंटे बाद दूसरी गाड़ी पहुंची। इससे व्यापारियों रोष व्याप्त रहा। गर्मी का मौसम देखते हुए प्रशासन को कारखानें और फैक्ट्रियों की सुरक्षा के लिए स्पेशल फायर फाइटर की व्यवस्था कराना चाहिए। ताकि समय से आगजनी की घटनाओं पर काबू पाया जा सके। बारदान गोडाउन में हुई आगजनी से करीब २५ लाख रुपए का नुकसान हुआ है।
गुरमीत सिंह उबेजा, अध्यक्ष, चैंबर ऑफ कॉमर्स
…तो हो सकती थी बड़ी घटना
आगजनी के दौरान गोडाउन के ठीक बाजू से आईस्क्रीम फैक्ट्री थी। यहां दस से अधिक फ्रीजर रखे हुए थे। आग लगने की खबर मिलते ही लोगों ने ताबड़तोड़ आईस्क्रीम फैक्ट्री में रखे फ्रीजरों को बाहर निकाला। यदी फ्रीजर आग की चपेट में आ जाते तो बड़ी घटना से इनकार नहीं किया जा सकता था।
फायर फाइटर की हो उचित व्यवस्था
बारदान गोडाउन में आग लगने की सूचना पर एक फायर फाइटर आई। उसके जाने के बाद करीब पौन घंटे बाद दूसरी गाड़ी पहुंची। इससे व्यापारियों रोष व्याप्त रहा। गर्मी का मौसम देखते हुए प्रशासन को कारखानें और फैक्ट्रियों की सुरक्षा के लिए स्पेशल फायर फाइटर की व्यवस्था कराना चाहिए। ताकि समय से आगजनी की घटनाओं पर काबू पाया जा सके। बारदान गोडाउन में हुई आगजनी से करीब २५ लाख रुपए का नुकसान हुआ है।
गुरमीत सिंह उबेजा, अध्यक्ष, चैंबर ऑफ कॉमर्स