खंडवा

तापडिय़ा जिनिंग की बारदान गोडाउन में लगी भीषण आग

तापडिय़ा गार्डन स्थित बारदान गोडाउन का मामला, दीवारें तोड़ आग पर पाया काबू, तीन थानों का पुलिस बल किया तैनात, ६ घंटे तक धधकती रही आग।

खंडवाMar 09, 2018 / 11:21 pm

जितेंद्र तिवारी

Tapayya Jining is a fierce fire in Godown

खंडवा. तापडिय़ा गार्डन परिसर स्थित बारदान गोडाउन में शुक्रवार दोपहर अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग ने भीषण रूप ले लिया। सूचना मिलने के करीब पौन घंटे देरी से फायर फाइटर मौके पर पहुंची। इस दौरान दो फायर फाइटर और छह से अधिक पानी टैंकर की मदद से करीब छह घंटे की मशक्कत के बाद मुश्किल से आग पर काबू पाया जा सका। हालांकि देर रात तक गोडाउन में आग धधकती रही। आग लगने के कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। आगजनी में करीब 25 लाख रुपए का नुकसान होना बताया जा रहा है। इधर, आगजनी की सूचना मिलते ही भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। आग लगे गोडाउन से भीड़ को हटाया गया। आग कैसे लगी इसका पता लगाने के लिए कोतवाली पुलिस ने जांच शुरू कर दी गई है। मामले में एसपी नवनीत भसीन मौके पर पहुंचे और आगजनी की घटना की जानकारी ली।
फायर फाइटर लेट होने से तबाह हुआ गोडाउन
दोपहर करीब 1.20 बजे तापडिय़ा गार्डन में सुरेंशचंद्र हीराचंद्र फर्म की बारदान गोडाउन में आग लगी। इस दौरान गोडाउन में कोई नहीं था। इसी बीच आसपास के लोगों ने गोडाउन से धुंआ उठते देखा तो मौके पर पहुंचे। आग लगी देख कंट्रोल रूम में मामले की खबर दी। इधर, गोडाउन मालिक राकेश अग्रवाल और आशीष अग्रवाल सहित व्यापारी वर्ग मौके पर पहुंच गया। सूचना पर फायर फाइटर पहुंची और आग बुझाने का कार्य शुरू किया, लेकिन पानी खत्म होने पर चली गई। इस बीच करीब पौन घंटे तक कोई फायर फाइटर नहीं पहुंची। इससे आग ने पूरी गोडाउन को चपेट में ले लिया। आग विकराल होते देख व्यापारियों ने विरोध दर्ज कराया। साथ ही फायर फाइटर के लिए कंट्रोल रूम और नगर निगम को लगातार फोन लगाए। वरिष्ट अधिकारियों को सूचना देने के बाद दो फायर फाइटर और करीब छह टैंकर आग बुझाने मौके पर पहुंचे।
जेसीबी से गिराई दीवारें, टीनशेड ढहा
आगजनी के दौरान गोडाउन में एक लाख से अधिक बारदान रखा हुआ था। गोडाउन बारदान से खचाखच भरी होने के कारण आग पर काबू पाने में दिक्कत आ रही थी। साथ ही आग विकराल होने से अंदर पानी पहुंचा पाना मुश्किल हो रहा था। यह देख जेसीबी मशीन बुलवाई गई और उसकी मदद से गोडाउन की दीवारें तोड़ी। जिसके बाद अंदर पानी का छिड़काव कर आग पर काबू पाने के प्रयास किए गए। इस दौरान गोडाउन का टीनशेड भी ढह गया। इधर, गोडाउन के आसपास धधक रहा बारदान जेसीबी की मदद से हटाया गया।
अप्रशिक्षित कर्मचारी के भरोसे फायर
इधर, आगजनी की घटना के दौरान अप्रशिक्षित लोग आग पर काबू पाने की मशक्कत कर रहे थे। इससे आग कम बुझ रही थी और पानी ज्यादा बर्बाद हो रहा था। स्थिति यह थी कि भीड़ के बीच जिसके हाथ में फायर फाइटर और टैंकर का पाइप आता वहीं आग को बुझाने में लग गया। यदि प्रशिक्षित कर्मचारी आग पर काबू पाने की मशक्कत करते तो शायद जल्द काबू पाया जा सकता था।
…तो हो सकती थी बड़ी घटना
आगजनी के दौरान गोडाउन के ठीक बाजू से आईस्क्रीम फैक्ट्री थी। यहां दस से अधिक फ्रीजर रखे हुए थे। आग लगने की खबर मिलते ही लोगों ने ताबड़तोड़ आईस्क्रीम फैक्ट्री में रखे फ्रीजरों को बाहर निकाला। यदी फ्रीजर आग की चपेट में आ जाते तो बड़ी घटना से इनकार नहीं किया जा सकता था।
फायर फाइटर की हो उचित व्यवस्था
बारदान गोडाउन में आग लगने की सूचना पर एक फायर फाइटर आई। उसके जाने के बाद करीब पौन घंटे बाद दूसरी गाड़ी पहुंची। इससे व्यापारियों रोष व्याप्त रहा। गर्मी का मौसम देखते हुए प्रशासन को कारखानें और फैक्ट्रियों की सुरक्षा के लिए स्पेशल फायर फाइटर की व्यवस्था कराना चाहिए। ताकि समय से आगजनी की घटनाओं पर काबू पाया जा सके। बारदान गोडाउन में हुई आगजनी से करीब २५ लाख रुपए का नुकसान हुआ है।
गुरमीत सिंह उबेजा, अध्यक्ष, चैंबर ऑफ कॉमर्स
 
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