खंडवा का आतंकी गतिविधियों से पुराना नाता
खंडवा का आतंकवादी गतिविधियों से पुराना नाता रहा है। पिछले कुछ वर्षों से आतंकी गतिविधियां सामने नहीं आई है, लेकिन इसके पहले खंडवा से सिमी के आधा दर्जन से अधिक संदिग्ध आतंकियों को सुरक्षा एजेंसियां गिरफ्तार कर चुकी है। जेल ब्रेककांड भी कर सिमी के गुर्गे फरार हो चुके हैं। वहीं भोपाल जेलब्रेक कांड के बाद हुए एनकाउंटर में खंडवा के पांच सिमी गुर्गे मारे गए थे। इसके अलावा करीब डेढ साल पहले शहर की एक कॉलोनी में आईएसआई के झंडे पुलिस ने बरामद किए थे। वहीं भोपाल-उज्जैन पैसेंजर में हुए बम ब्लास्ट मामले में भी खंडवा में आतंकी नेटवर्क होने के सुरक्षा एजेंसियों को सुराग मिले थे।
व्हाट्सऐप कॉलिंग पर करते थे बात
सूत्रों का कहना है कि एनआईए और एटीएस की कार्रवाई में पकड़ाए संदिग्ध आतंकी मध्यप्रदेश के साथियों से बात करने के लिए वाट्सऐप कॉलिंग का उपयोग करते थे। क्योंकि व्हाट्सऐप और मैसेंजर कॉलिंग की डिटेल्स पाना बहुत मुश्किल हैं। कार्रवाई की तफ्तीश में सिम कॉर्ड और संदिग्धों से जब्त मोबाइल फोन की डिटेल म मध्यप्रदेश में खंडवा सहित पन्ना, रतलाम आदि शहरों में गिरफ्तार संदिग्ध आतंकियों के साथियों के छिपे होने के सुराग हाथ लगे हैं।