गत 24 जून की रात को चूरू के मालासर में आनंदपालसिंह का एनकाउण्टर करने के बाद से ही परिजन एवं रावणा राजपूत व राजपूत समाज के लोग एनकाउण्टर प्रकरण की सीबीआई जांच कराने, आनंदपाल के दोनों भाइयों को दाह संस्कार में शामिल करने, आनंदपाल की बड़ी बेटी के खिलाफ दर्ज किए गए मामले को वापस लेने सहित विभिन्न मांगों को लेकर अड़े हुए हैं।
आनंदपाल के गांव सांवराद में पिछले तीन दिन से शव बर्फ पर रखा हुआ है, जिसके चलते गांव में संक्रमण फैलने की भी आशंका बनी हुई है।
रविवार तक पुलिस ने सांवराद जाने वाले हर रास्ते को बंद कर रखा था, लेकिन सोमवार को राजपूत समाज के नेता लोकेन्द्रसिंह कालवी करीब 350 गाडि़यों के काफिले के साथ सांवराद पहुंचे, जिनमें उनके साथ डेढ़ हजार से अधिक लोग थे। पुलिस ने सामान्य जांच के बाद सभी को सांवराद जाने की अनुमति दे दी।
सांवराद पहुंचने के बाद परिजनों से वार्ता करने के बाद समाज के लोगों ने पुरानी बात दोहरते हुए कहा कि जब तक पुलिस एवं प्रशासन उनकी मांगें नहीं मानेगा, तब तक शव का दाह संस्कार नहीं किया जाएगा। गांव में नागौर एसपी परिस देशमुख के नेतृत्व में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिस जाब्ता तैनात है।