फिर शुरू हुआ वापसी का सिलसिला, साधन के अभाव में पैदल भी जा रहे
खंडवाPublished: Apr 12, 2021 10:59:01 am
अंतरराज्यीय बसें नहीं चलने से महाराष्ट्र और गुजरात से आने और जाने वाले मजदूरों की आफतट्रेनों में पैर रखने की जगह नहीं
The process of return has started again
खंडवा. एक बार फिर अपै्रल ने अन्य प्रदेशों में रोजी रोटी कमा रहे कर्मचारियों को घर वापसी के लिए मजबूर कर दिया है। एक राज्य से दूसरे राज्य के लिए तकरीबन बसों का संचालन बंद हो चुका है। ऐसे में मजबूर मजदूर अब ट्रेनों से अपने शहर के लिए रवाना हो रहे है। महाराष्ट्र से खंडवा होकर उत्तर भारत की ओर जाने वाली ट्रेनों में पैर रखने की जगह नहीं है। वहीं स्थिति ऐसी भी बन रही है कि मजदूर ट्रेनों से आधे रास्ते तक आने के बाद पैदल की सफर कर रहे है। आज सुबह रीवा से खंडवा आए मजदूरों को जब महाराष्ट्र के धारणी के लिए बस नहीं मिली तो वे पैदल की अपना रास्ता नापने लगे। अगर अभी भी नहीं संभले तो आने वाले दिनों में ऐसी तस्वीरे आम हो जाएगी।
आज सुबह राम नगर से अपने सामान के साथ गुजरते हुए लोगों से चर्चा की तो उन्हेांने बताया कि वे महाराष्ट्र के धारणी के रहने वाले है। अभी तक रीवा में काम कर रहे थे। लेकिन यहां लॉकडाउन लग गया है। वहीं महाराष्ट्र में भी लॉकडाउन लगने की खबर सुन रहे है। इसलिए ट्रेन से खंडवा तक आए। यहां बताया गया कि धारणी के लिए बस संचालन बंद है। इसलिए अब पैदल की घर जा रहे है। उम्मीद है कि रास्ते में कोई न कोई साधन जरूर मिल जाएगा।
इधर खंडवा से पलायन होना शुरू हो गया है। आज खंडवा से १५० ये अधिक लोग ट्रेन के माध्यम से अपने शहर के लिए रवाना हुए है। एक महिला यात्री ने बताया कि अन्य शहरों में १० से १२ दिन का लॉकडाउन लग गया है। ऐसे हालात और भी खराब हो सकते है। इसलिए कुछ दिनों के लिए अपने घर जा रहे है।