scriptजिनके लिए बनना है मास्टर प्लान, उन्हें उसके बारे में पता ही नहीं | Those who want to have a master plan, they do not know about it | Patrika News

जिनके लिए बनना है मास्टर प्लान, उन्हें उसके बारे में पता ही नहीं

locationखंडवाPublished: Jan 10, 2020 12:08:15 pm

-अमृत नगर ओंकारेश्वर विकास योजना 2031 प्रारूप प्रकाशन पर उठी आपत्ति-ओंकारेश्वर के जनप्रतिनिधियों ने कहा वहां किया जाए प्रकाशन, ओंकारेश्वर में ही हो बैठक-बिना सक्षम जनप्रतिनिधियों के हुई बैठक पर भी खड़े किए सवाल

जिनके लिए बनना है मास्टर प्लान, उन्हें उसके बारे में पता ही नहीं

-अमृत नगर ओंकारेश्वर विकास योजना 2031 प्रारूप प्रकाशन पर उठी आपत्ति-ओंकारेश्वर के जनप्रतिनिधियों ने कहा वहां किया जाए प्रकाशन, ओंकारेश्वर में ही हो बैठक-बिना सक्षम जनप्रतिनिधियों के हुई बैठक पर भी खड़े किए सवाल

खंडवा. अमृत नगर ओंकारेश्वर विकास योजना प्रारूप 2031 के प्रकाशन के बाद आए दावे-आपत्तियों पर मंथन को लेकर गुरुवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में नगर एवं ग्राम निवेश द्वारा गठित समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में ओंकारेश्वर से आए जनप्रतिनिधियों ने इसके खंडवा में प्रकाशन किए जाने पर ही आपत्ति ली। जनप्रतिनिधियों का कहना था, जिनके लिए मास्टर प्लान बनना है, उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी ही नहीं है। कायदे से प्रारूप का प्रकाशन ओंकारेश्वर में किया जाना था, तथा वहां के लोगों को इसकी जानकारी दी जानी थी। प्रारूप पर जो आपत्ति और सुझाव है वो अधिकतर ओंकारेश्वर से बाहर के लोगों के है।
तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर को केंद्र की अमृत योजना में शामिल किया गया है। जिसके तहत अमृत नगर ओंकारेश्वर में वर्ष 2031 का मास्टर प्लान तैयार किया गया है। 1 अक्टूबर को इसके प्रारूप का प्रकाशन के बाद दावे-आपत्ति और सुझाव मांगे गए थे। नगर एवं ग्राम निवेश को मिले सुझावों और आपत्तियों को लेकर चर्चा के लिए टीएंडसी के प्रावधनों के तहत गठित समिति की बैठक में चर्चा के लिए जनप्रतिनिधियों, समिति सदस्यों को बुलाया गया था। बैठक में उपस्थित नगर परिषद अध्यक्ष ओंकारेश्वर अंतरसिंह बारे ने कहा ओंकारेश्वर विकास योजना से संबंधित बैठक को ओंकारेश्वर में ही आयोजित की जाए, जिसमें स्थानीय लोगों के सुझाव शामिल किए जाए। इसके बाद ही इस योजना को अंतिम रूप दिया जाए।
भीड़ को देखकर तय होना था मापदंड
बैठक में भाजपा प्रोफेशनल सेल प्रदेश संयोजक विकास बोंदरिया ने कहा कि टीएंडसी ने 2011 के सेंसेक्स की जनसंख्या 16 हजार के अनुसार वर्ष 2031 में अनुमानित जनसंख्या 25 हजार मानते हुए प्लान बनाया है। जिसमें राष्ट्रीय स्तर के मापदंड विभिन्न सुविधाओं के लिए लगाए गए है। प्लान में ओंकारेश्वर में त्योहारों पर आने वाली भीड़ को भी ध्यान में रखा जाना था। मास्टर प्लान के प्रारूप में लिखा है कि एअर स्ट्रीप नहीं बनाई जा सकती। जबकि मांधाता ऊंची जगह पर हेलीपेड बनाया जा सकता है, ताकि ओंकारेश्वर की कनेक्टिविटी इंदौर, भोपाल, उज्जैन सहित हो सके।
बैठक से पदेन अध्यक्ष सांसद, विधायक रहे अनुपस्थित
टीएंडसी के प्रावधानों के तहत गठित समिति का पदेन अध्यक्ष सांसद होता है। विकास बोंदरिया ने बताया कि इस बैठक की जानकारी अधिकतर समिति सदस्यों को नहीं थी। बैठक में सांसद नंदकुमारसिंह चौहान, मांधाता विधायक नारायण पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष हसीनाबाई भाटे भी उपस्थित नहीं थीं। समिति द्वारा नियम 12 के तहत सभी सुझावों पर विचार उपरांत वोटिंग के द्वारा उन्हें रखना है या खारिज करना है, अध्यक्ष व समिति सदस्यों को ही करना होता है। पदेन अध्यक्ष, स्थानीय विधायक की अनुपस्थित में हुई इस बैठक का कोई औचित्य नहीं है। समुचित जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में ही ये बैठक फिर से आयोजित होना चाहिए।
मंदिर का शिखर ही नहीं दिख रहा
ओंकारेश्वर पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष जयप्रकाश पुरोहित ने बताया कि पिछले मास्टर प्लान 2021 के लिए सभी बैठक ओंकारेश्वर में ही आयोजित हुई थी। वहां प्रोजेक्टर के माध्यम से सभी को जानकारी दी गई थी। उन्होंने कहा वर्तमान में पर्यटन विभाग द्वारा कोटी तीर्थ घाट पर छह मंजिला रैंप बनाया जा रहा है। जबकि पुरातत्व धरोहरों के आसपास बड़ी बिल्डिंग बनाना प्रतिबंधित है। कायदे से ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के सामने बिल्डिंग नहीं बनाई जा सकती। मास्टर प्लान में इसे हटाया जाना चाहिए, ताकि मंदिर का शिखर दूर से ही दर्शन हो सके। बैठक में एडीएम नंदा भलावे कुशरे, टीएंडसी संयुक्त संचालक एसके मुदगल, उपसंचालक कविता नागर सहित जन प्रतिनिधि व आपत्ति, सुझाव दर्ज कराने वाले उपस्थित थे।
ये आई आपत्तियां
-ओंकारेश्वर निवासी सतीश हुंडिया ने एक दुकान आवंटन की मांग की। जिसे मान्य नहीं किया गया।
राजेंद्र गुप्ता निवासी ओंकारेश्वर ने उद्योग लगाने के लिए प्लाट आवंटन की मांग की। जिसे भी अमान्य किया गया।
-महेंद्र सिंह निवासी ओंकारेश्वर ने व्यवसायिक व आवास के लिए प्लाट आवंटन की मांग की। जिसे भी अमान्य किया गया।
ये आए सुझाव
गजेंद्र प्रजापति निवासी ओंकारेश्वर ने उच्च शिक्षा केंद्र, उत्कृष्ट, नवोदय, केंद्रीय विद्यालय, महाविद्यालय का सुझाव रखा। जिसे मान्य किया गया।
-सतीश कुमार डुहिक्या निवासी पुनासा ने दुकान निर्माण की अनुमति व 10 फीट बरामदा बनाने का सुझाव रखा। जिसे अमान्य किया गया।
-अजय त्रिवेदी खंडवा ने प्रारूप में यातायात नगर प्रस्तावित नहीं होना बताया। जिस पर बताया गया कि आवश्यकता अनुसार यातायात नगर अपेक्षित नहीं है।
-कमल राठी निवासी भोपाल ने प्लानिंग एरिया के बाहर के गांवों में पार्किंग का सुझाव दिया।
-कमल राठी ने बताया पहुंच मार्ग एक ही बताया गया है, वैकल्पिक मार्ग नहीं, प्लान में इसे भी बताया जाए।
-नदी मार्ग से भी ओंकारेश्वर पहुंचने का मार्ग भी प्लान में शामिल करने का सुझाव आया।
-पुरातत्व महत्व के मंदिर होने से आर्कलॉजिकल ऑफ इंडिया के इको सेंसेटिव जोन का जिक्र भी मास्टर प्लान में नहीं किया गया।
-साथ ही हेलीपेड के लिए स्थान उपलब्ध कराने, मोबाइल क्लिनिक, टॉयलेट, पार्किंग, चैंजिंग रूम व हॉकर्स जोन स्थापित करने के संबंध में भी सुझाव प्राप्त हुए।
भेजेंगे शासन को प्रस्ताव
जो भी सुझाव और आपत्ति मिली है उस पर शासन को प्रस्ताव बनाकर भेजा जाएगा। जनप्रतिनिधियों की मांग पर नगर एवं ग्राम निवेश द्वारा ओंकारेश्वर में भी बैठक आयोजित की जाएगी।
एसके मुदगल, जेडी, नगर एवं ग्राम निवेश इंदौर
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो