दो साल से अत्याधुनिक ओटी बंद, ऑपरेशन के लिए करना पड़ रहा इंतजार
खंडवाPublished: Dec 08, 2019 08:55:34 pm
खंडवा जिला अस्पताल की ट्रॉमा यूनिट के ऑपरेशन थिएटर-ओटी चालू नहीं किए जा रहे हैं। ये अत्याधुनिक ओटी करीब दो साल से तैयार खड़े हैं पर इन्हें बंद रखा जा रहा है। यह स्थिति तब है जब मरीजों के ऑपरेशन करने के लिए जिला अस्पताल में मारामारी मची रहती है। पुराने ओटी में ऑपेरशन करने के लिए कई दिनों की वेटिंग चल रही है। ट्रॉमा यूनिट के लिए बनी ओटी यूं ही बेकार पड़ी हैं। दो साल से इन पर ताला लटका हुआ है। ट्रॉमा के ऑपरेशन भी जिला अस्पताल की ही पुरानी ओटी में किए जा रहे हैं। बड़ी संख्या में ऑपरेशन होने के कारण
खंडवा जिला अस्पताल की ट्रॉमा यूनिट के ऑपरेशन थिएटर-ओटी चालू नहीं किए जा रहे हैं। ये अत्याधुनिक ओटी करीब दो साल से तैयार खड़े हैं पर इन्हें बंद रखा जा रहा है। यह स्थिति तब है जब मरीजों के ऑपरेशन करने के लिए जिला अस्पताल में मारामारी मची रहती है। पुराने ओटी में ऑपेरशन करने के लिए कई दिनों की वेटिंग चल रही है। ट्रॉमा यूनिट के लिए बनी ओटी यूं ही बेकार पड़ी हैं। दो साल से इन पर ताला लटका हुआ है। ट्रॉमा के ऑपरेशन भी जिला अस्पताल की ही पुरानी ओटी में किए जा रहे हैं। बड़ी संख्या में ऑपरेशन होने के कार
बारह दिन से टूटी हड्डी लिए बैठे हैं कमलसिंह
कमलसिंह दर्द से कराह रहे हैं। उनके दाएं पैर की हड्डी दो जगह से टूटी पड़ी है। वे बारह दिन पहले जिला अस्पताल में चेकअप के लिए आए थे तब डॉक्टर्स ने बताया कि हड्डी जोडऩे के लिए ऑपरेशन करना होगा। उनका ऑपरेशन अभी तक नहीं हुआ है। कमलसिंह बताते हैं कि डॉक्टर का कहना है कि ऑपरेशन के लिए ओटी खाली ही नहीं है।
ट्रॉमा यूनिट में शुरू किया वार्ड
ट्रॉमा यूनिट में नया वार्ड शुरू कर दिया गया है। वार्ड तैयार हुए भी लंबा अर्सा बीत गया था लेकिन इसे अब जाकर प्रारंभ किया गया है। यूनिट की ऊपरी मंजिल पर बने इस वार्ड में 20 पलंग हैं। चार दिन पहले नया वार्ड शुरू होने के साथ ही मरीजों को कुछ राहत मिल रही है। अस्पताल में होने वाले ऑपरेशन में एक और नया खेल चल रहा है। अस्पताल के एक डॉक्टर यहां होने वाले ऑपरेशन के भी मरीजों से पैसे वसूल रहे हैं। अस्पताल में चेकअप कराने आने वाले मरीजों को डॉक्टर अपने क्लीनिक पर भी बुलाते हैं। जिस दिन मरीज का ऑपरेशन तय होता है उस दिन मरीज को कह दिया जाता है कि आज तुम्हारा ऑपरेशन कर देंगे। इस ऑपरेशन के लिए 2 हजार से लेकर 5-7 हजार रुपए तक वसूले जाते हैं। दरअसल अस्पताल में किस मरीज का कब ऑपरेशन होना है, यह लिस्ट पहले ही तैयार हो जाती है। लिस्ट देखकर ये डॉक्टर उन मरीज को बुला लेते हैं और आज ऑपरेशन करवा देंगे कहकर राशि ले
लेते हैं।
ऑपरेशन के लिए दिन निर्धारित
ट्रॉमा यूनिट की ओटी चालू नहीं किए जाने से मरीज यूं ही परेशान हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि जिला अस्पताल की ओटी में ऑपरेशन के लिए अलग-अलग विभागों के लिए अलग-अलग दिन तय किए गए हैं। आर्थाे के लिए सोमवार और गुरुवार का दिन तय किया गया है। सप्ताह में मात्र इन दो ही दिनों में आर्थाे के ऑपरेशन किए जा सकते हैं। ऐसे में केवल आर्थाे के ऑपरेशन के लिए 10-12 दिनों की वेटिंग आम बात हो गई है।
&ट्रॉमा का वार्ड तो चालू करा दिया है। ओटी में कुछ काम शेष है। मेडिकल कॉलेज को इसमें कुछ रिनोवेशन कराना है, इसलिए इसे खोला नहीं जा रहा है। डा. शक्तिसिंह राठौर प्रभारी एवं वरिष्ठ सर्जन, जिला अस्पताल