पं. अंकित मार्कण्डेय के मुताबिक 1१ अक्टूबर से 7 नवंबर तक गुरु तारा अस्त रहेगा। इस कारण भी विवाह मुहूर्त नहीं हैं। इससे युवाओं को शादी के लिए अभी इंतजार करना होगा।
शुक्र अस्त…
15 दिसंबर शुक्र अस्त, 3 फरवरी 201८ शुक्रोदय रहेगा। 15 दिसंबर से 3 फरवरी तक शुक्रास्त व खरमास होने से एक बार फिर करीब डेढ़ माह के लिए शादियों का सिलसिला थमेगा।
मीन संक्रांति खरमास
14 मार्च २०१८ से मीन संक्रांति व खरमास शुरू हो रहा है, जो 17 अप्रैल तक रहेगा। इस दौरान भी विवाह आदि मांगलिक कार्य नहीं हो सकेंगे। पंचांगों में सुझाए गए विवाह मुहूर्त का विशेष महत्व होने से कई नवयुगल देवउठनी एकादशी पर शादी न करते हुए 19 नवंबर से शुरू हो रही मांगलिक बेला में शादियां करेंगे। एकादशी में शाम 7.24 बजे से रात 9 बजे तक पूजन में लाभ रहेगा।
एकादशी के मुहूर्त
चर: सुबह 09.21 से 10.46 बजे शुभ
लाभ: सुबह 10.46 से दोपहर 12.10 बजे शुभ
अमृत: दोपहर 12.10 से 1.35 बजे शुभ
शुभ: दोपहर 2.59 से शाम 4.24 बजे
लाभ: शाम 7.24 से रात 9 बजे तक
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