scriptदेवउठनी ग्यारस पर नहीं गूंजेगी शहनाई, जानिएं क्या आएंगी शादियों में अड़चन | tulasi vivah 2017 devutthana- ekadashi vrat date Muhurat in khandwa | Patrika News
खंडवा

देवउठनी ग्यारस पर नहीं गूंजेगी शहनाई, जानिएं क्या आएंगी शादियों में अड़चन

देवउठनी ग्यारस यानी एकदशी पर शादियों के मुहूर्त नहीं है। क्योंकि 31 अक्टूबर को गुरु तारा अस्त होगा। जिसके कारण 19 नवंबर से शादियां शुरू होगी।

खंडवाOct 23, 2017 / 12:27 pm

संजय दुबे

tulasi vivah 2017 devutthana- ekadashi vrat date, Muhurat in khandwa

tulasi vivah 2017 devutthana- ekadashi vrat date, Muhurat in khandwa

खंडवा. देवउठनी ग्यारस पर भी इस बार शहनाई नहीं बजेगी। गुरु तारा अस्त होने से देवउठनी ग्यारस पर भी विवाह मुहूर्त नहीं हैं। इसके साथ ही शुक्र अस्त का प्रभाव रहेगा। विवाह व मंगल कार्य के लिए यह अबूझ मुहूर्त होता है। लेकिन गुरु के अस्त के पराभव से इस बार एकादशी पर विवाह के संयोग नहीं बन रहे हंै। यानी युवक-युवतियों को शादी के लिए पूरा महीना इंतजार करना पड़ेगा। हालांकि एेसा कई सालों बाद योग ? बन रहा है कि देवउठने के बाद शादी नहीं होगी।
पं. अंकित मार्कण्डेय ने बताया गुरु अस्त होने से यह स्थिति बनी है। शादियों का सिलसिला 31 अक्टूबर देवउठनी एकादशी पर न होकर 19 नवंबर से शुरू होगा। कई सालों बाद इस बार ऐसा संयोग बन रहा है कि देवउठनी एकादशी पर विवाह मुहूर्त नहीं है। वहीं एकादशी में शाम 7.24 बजे से रात 9 बजे तक पूजन में लाभ रहेगा।

गुरु तारा अस्त…
पं. अंकित मार्कण्डेय के मुताबिक 1१ अक्टूबर से 7 नवंबर तक गुरु तारा अस्त रहेगा। इस कारण भी विवाह मुहूर्त नहीं हैं। इससे युवाओं को शादी के लिए अभी इंतजार करना होगा।
शुक्र अस्त…
15 दिसंबर शुक्र अस्त, 3 फरवरी 201८ शुक्रोदय रहेगा। 15 दिसंबर से 3 फरवरी तक शुक्रास्त व खरमास होने से एक बार फिर करीब डेढ़ माह के लिए शादियों का सिलसिला थमेगा।

मीन संक्रांति खरमास
14 मार्च २०१८ से मीन संक्रांति व खरमास शुरू हो रहा है, जो 17 अप्रैल तक रहेगा। इस दौरान भी विवाह आदि मांगलिक कार्य नहीं हो सकेंगे। पंचांगों में सुझाए गए विवाह मुहूर्त का विशेष महत्व होने से कई नवयुगल देवउठनी एकादशी पर शादी न करते हुए 19 नवंबर से शुरू हो रही मांगलिक बेला में शादियां करेंगे। एकादशी में शाम 7.24 बजे से रात 9 बजे तक पूजन में लाभ रहेगा।

एकादशी के मुहूर्त
चर: सुबह 09.21 से 10.46 बजे शुभ
लाभ: सुबह 10.46 से दोपहर 12.10 बजे शुभ
अमृत: दोपहर 12.10 से 1.35 बजे शुभ
शुभ: दोपहर 2.59 से शाम 4.24 बजे
लाभ: शाम 7.24 से रात 9 बजे तक
…..

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो