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घोड़ी पर सवार होकर बारात लेकर पहुंचीं दो दुल्हन, लोग बोले- दिलवाली दूल्हा ले जाएगी…

locationखंडवाPublished: Jan 24, 2020 02:29:23 pm

Submitted by:

Muneshwar Kumar

इस शादी में लोगों को पर्यावरण के प्रति भी जागरूक किया गया

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खंडवा/ बारात का मतलब अभी तक लोग यहीं समझते हैं कि दुल्हन को लाने के लिए दूल्हा उसके घर बारातियों को लेकर जाता है। लेकिन मध्यप्रदेश के खंडवा में एक अनोखी शादी का मामला सामने आया है। जहां दो दुल्हन घोड़ी पर सवार होकर दूल्हे के घर बारात लेकर पहुंचीं। यहीं नहीं दोनों ने पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए शादी के कार्ड को रूमाल पर छपवाया है।
दो बहनें जब घोड़ी पर सवार होकर खंडवा शहर में निकली तो पहले तो लोगों को समझ नहीं आया कि ये हो क्या रहा है। घोड़ी पर सवाल दोनों दुल्हनें रानी लक्ष्मीबाई के रूप में थी। दोनों तलवार लहराते हुए दूल्हे के घर बारात लेकर जा रही थीं। साथ में सैकड़ों की संख्या में बारात में शामिल लोग नाचते-गाते चल रहे थे। वहीं, सड़क पर मौजूद लोग से भव्य नजारे को कैमरे में कैद करने के लिए बेताब दिख रहे थे।
https://twitter.com/ANI/status/1220557472680669186?ref_src=twsrc%5Etfw

वहीं, दोनों दुल्हनों को देख लोग यही बोल रहे थे कि दिलवाली दूल्हा लेने जा रही है। घोड़ी सवार दुल्हनों का नाम साक्षी और सृष्टि है। 22 जनवरी को दोनों यह बारात लेकर दूल्हे को लाने गई थीं। अब वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह बारात पाटीदार समाज की लड़कियों की है। जहां दुल्हनों को घोड़ी पर बैठाने की परंपरा निभाई जाती है।
https://twitter.com/ANI/status/1220557653149007872?ref_src=twsrc%5Etfw

दरअसल, बुधवार को इंदौर नाका क्षेत्र में शाम को वह बारात निकली थी। यहां स्थित बापू की बगिया में शादी समारोह का आयोजन किया गया था। बापू की बगिया में दो सगी बहनों की शादी हो रही थी। कैलाश पाटीदार की पुत्री सुाक्षी और सृष्टि की शादी बाइगांव के आनंद पाटीदार और गंधवा के शशांक पाटीदार से तय हुई थी। बुधवार को दोनों दूल्हे अपने-अपने गांव से बारात लेकर आए।

दुल्हनों ने निकाली बारात
शादी की शुरुआती रस्में निभाने के बाद दुल्हनों को घोड़ी पर बैठाकर बारात निकालने की तैयारी शुरू कर दी गई। दोनों बहनें अलग-अलग घोड़ियों पर सवार हो गई। फिर बाजे-गाजे के साथ बारात लगी। लड़की के पिता ने कहा कि यह पाटीदार समुदाय की लंबी परंपरा है। बेटी बचाओ के अपने अभियान में सरकार की मदद करना समाज की जिम्मेदारी है। बेटियों को समाज में पुरुषओं के समान माना जाना चाहिए। इस परंपरा के पीछे यही मकसद है।
रूमाल पर शादी कार्ड
वहीं, इस शादी के लिए मेहमानों के लिए इको फ्रेंडली निमंत्रण पत्र प्रकाशित किया गया। दीपक पाटीदार की भतीजी साक्षी और सृषअटि की शादी में अतिथियों के लिए यह निमंत्रण पत्र सफेद रूमाल पर छपवाया। इसे धोकर उपयोग किया जा सकेगा। शादी में आए मेहमानों को 51 नीम के, 51 पीपल के और 51 तुलसी के पौधे भेंट किए गए। 151 थैलियां भी मेहमानों को रिटर्न गिफ्ट के रूप में दी गई।
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