मध्यप्रदेश में खंडवा जिले के कुंडेश्वर वार्ड निवासी दंपत्ति ने नए वर्ष पर एक अनोखा फैसला लिया है। इस फैसले के दौरान पति और पत्नी ने अपना देह दान करने का फैसला लिया है, जिससे कि मरने के बाद भी उनका शरीर काम में आ सके…
खंडवा. देहदान से प्रेरित होकर शहर के कुमावत दंपत्ति ने मरणोपरांत देहदान की घोषणा की। देहदान जनजागृति के नारायण बाहेती ने बताया कि कुंडलेश्वर वार्ड में मरीजों की दिन रात अपनी सेवाएं प्रदान करने वाले अंजू कुमावत व मोतीलाल कुमावत ने नववर्ष के पहले दिन देहदान की इच्छा व्यक्त की।
देहदान जागृति के नारायण बाहेती, चंचल गुप्ता, अनिल बाहेती, गांधीप्रसाद गदले, सुरेन्द्र सोलंकी ने उनके निवास पहुंचकर बहु रागिनी पुत्र मनीष, अंतिम व नितिन की सहमति से घोषणा पत्र भरवाया। घोषणा पत्र भरते हुए उन्होंने कहा कि यह देह भगवान की दी हुई है और यह अगर किसी के कोई काम आती है तो इससे बड़ी भगवान की सेवा क्या हो सकती है।
नर सेवा ही नारायण सेवा है। श्रीबाहेती ने बताया कि नेत्रदान के साथ ही देहदान के प्रति जागृति बढ़ी है। समिति के पास पचास से अधिक देहदान घोषणा प्राप्त हो चुके हैं।