टैंकर आते ही मच जाती है पानी की लूट, पेयजल समस्या हुई विकराल
बूंद-बूंद के तरसते रहे शहरवासी
खंडवा
Published: May 01, 2022 12:04:08 pm
खंडवा. शहर इन दिनों भीषण पेयजल संकट से जूझ रहा है। शहरवासी बूंद, बूंद पानी को तरस रहे हैं। कई इलाकों में पानी का टैंकर आते ही लोग उस पर टूट पड़ते है और पहले से खाली ड्रम और सटक ले कर खड़े लोग पानी के टैंकर में कब्जा कर लेते है। टैंकर से पानी लूटने की होड़ मच जाती है। शहर के कई मोहल्लों में पानी का टैंकर आते ही पहले से खाली ड्रम और पाइप लिये लोग टैंकर के ऊपर चढ़ कर पानी पाइप डाल कर ड्रमों में पानी भरने के लिये कैसे मारा-मारी कर रहे है। लोगों का कहना है कि पेजयल समस्या कोई नई नहीं है। इसका समाधान नहीं हो पा रहा। शहर में पानी को लेकर हा हाकर मचा है।
शहर की आबादी की प्यास बुझाने के लिए नगर निगम टैंकरों से आपूर्ति करा रहा है जो ऊंट के मुंह में जीरा के समान है। मोहल्लों में टैंकर पहुंचते ही लोग पानी के लिए टूट पड़ते है। जिससे किसी को एक तो किसी को दो डिब्बा ही पानी नसीब हो पाता है।
गर्मी शुरू होते ही पूरे शहर में ही पीने के पानी की भारी किल्लत शुरू हो जाती है।
टैंकर आते ही छा गई खुशी, फिर मची पानी की लूट
पत्रिका टीम शनिवार को लालचौकी स्थित पाइंट से निकले टैंकर के साथ लाइव किया। टैंकर जैसे ही शहर के खानशाहवाली क्षेत्र में पानी लेकर पहुंचा तो वहां रहने वाले महिलाओं और बच्चों सहित पुरूषों के चेहरे पर खुशी आ गई। मोहल्ले में अपने अपने घरों से बाहर ड्रम लेकर बैठे लोगों ने जैसे ही टैंकर आते देखा तो पानी लेने की होड़ मच गई। वहीं जैसे ही टैंकर खड़ा हुआ उसके पहले ही रहवासी टैंकर के ऊपर चढ़ गए और खाली ड्रम व पाइप डाल कर ड्रमों में पानी भरने लगे। वहीं टैंकर के पाइप के लिए भी खींचातानी शुरू हो गई।
पांच मिनट में खाली हो गया पांच हजार लीटर पानी का टैंकर
जलसंकट प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचने वाले टैंकरों पर लोगों की भीड़ उमड़ रही है। शनिवार को खानशाहवाली क्षेत्र में पांच हजार लीटर क्षमता वाले पानी के टैंकर को लोगों ने पांच मिनट में खाली कर दिया। बावजूद इसके कई लोग पानी से भरने से वंचित रह गए। इसी तरह की स्थिति अन्य क्षेत्रों में भी बन रही है। जलसंकट के कारण लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है। शनिवार को खानशाहवाली क्षेत्र में चार दिन बाद टैंकर पहुंचा तो लोग पानी भरने के लिए टूट पड़े। बच्चे पाइप लेकर टैंकर पर चढ़ गए तो महिलाएं ड्रम, प्लास्टिक की केन और बर्तन लेकर पड़ीं। जिसके पास जितना बड़ा बर्तन उसने उतना ही ज्यादा पानी भर लिया। पांच मिनट में टैंकर खाली हो गया। इस दौरान कुछ महिलाओं को खाली बर्तन लेकर लौटना पड़ा। क्षेत्र की महिलाओं ने कहा कि पानी नहीं आ रहा है। नगर निगम से टैंकर दो से तीन दिन के अंतराल में आ रहा है। पर्याप्त पानी नहीं मिलने के कारण दूर-दूर से भटककर इंतजाम करना पड़ता है।
प्रतिवार्ड 10 टैंकर प्रतिदिन की जरूरत
शहर में भीषण गर्मी पड़ रही है। पारा 45 के पास बना हुआ है ऐसे में पानी की मांग बढऩे लगी है। ऐसे में प्रतिवार्ड न्यूनतम 10 टैंकर प्रतिदिन की आवश्यकता है। लेकिन नगर निगम द्वारा जलसंकट वाले वार्डो में केवल दो से तीन टैंकर ही भेजे जा रहे है। जिससे शहर में जलसंकट गहराता जा रहा है।

water-is-looted-as-soon-as-the-tanker-arrives
पत्रिका डेली न्यूज़लेटर
अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें
अगली खबर
