scriptMP: 1100 बसों के पहिए थमे, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र के यात्री फंसे | MP: Wheels 1100 buses stopped Rajasthan Gujarat Maharashtra pasengers | Patrika News

MP: 1100 बसों के पहिए थमे, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र के यात्री फंसे

locationखंडवाPublished: Sep 10, 2017 11:16:00 am

मध्यप्रदेश के खंडवा, खरगोन व बड़वानी में 1100 से अधिक बस के ड्राइवर-कंडक्टर हड़ताल पर है। इससे तीन राज्यों का आवागमन बंद हो गया है।

Wheels 1,100 buses stopped, Rajasthan, Gujarat, Maharashtra passengers stranded

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खंडवा. यदि आप आज बस से सफर करने की तैयारी कर रहे हैं तो इरादा बदल दीजिए। रविवार को निजी बस चालक.परिचालक संघ ने एक दिन की हड़ताल करने का फैसला किया है। ड्राइवर.कंडक्टर बसें नहीं चलाएंगे। यह बस स्टैंड पर ही खड़ी रहेंगी। लिहाजा यात्रियों की फजीहत होना तय है। क्योंकि राजस्थान, गुजरात व महाराष्ट्र की बसें भी मध्यप्रदेश में नहीं आ रही है।
शहर से आसपास के जिलों के लिए सभी रूट पर करीब 250 से अधिक बसें आती जातीं हैं। इनसे रोज 10 हजार लोग यात्रा करते हैं। इन सभी को बसों से जाने का कार्यक्रम छोडऩा होगा या टैक्सियों का सहारा लेना होगा। चालक.परिचालक संघ के उपाध्यक्ष हाजी लाला ने बताया संघ की मांगें नहीं माने जाने के कारण आंदोलन का रुख अख्तियार करना पड़ा है। 10 सितंबर को एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल करेंगे। जो पूरी तरह शांति पूर्ण तरीके से की जाएगी। इसके बाद भी सरकार हमारी जायज मांगों पर सुनवाई नहीं करती है तो अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी। हाजी लाला ने चालक.परिचालकों से शंतिपूर्ण तरीके से हड़ताल करने का आह्वान किया है। ड्रायवर कंडक्टर एसोसिएशन के सचिव खुर्शीद अली ने बताया कि हमारी हड़ताल शांतिपूर्वक रहेगी। हमने सभी से एक दिन काम बंद रखने का आह्वान किया है। बसें तो नहीं जाएंगी।

इसलिए कर रहे हड़ताल
संगठन के पदाधिकारियों के अनुसार 10 अप्रैल 2017 को संसद में पास हुए नए मोटर व्हीकल एक्ट में ऐसे प्रावधान किए गए हैं जिसमें सारी जवाबदारी वाहन चालक की होगी। दुर्घटना होने पर नए एक्ट के तहत चालक पर 50 हजार का जुर्माना और 6 साल तक की सजा है। वाहन स्वामी या बीमा कंपनी पार्टी नहीं बनेगी। पूरा खामियाजा दुर्घटना का दोषी वाहन चालक बनेगा। उन्होंने बतायससा एक्ट को वापस लेने के लिए सांकेतिक हड़ताल की जा रही है।

अन्य राज्यों की बसें आएंगी
अन्य राज्यों से आने वाली बसें आएंगी। हालांकि इनकी संख्या ज्यादा नहीं है। इस कारण यात्रियों को समस्या होना तय माना जा रहा है।

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