डब्ल्यूएचओ के मानक से जिले में भी हो रही कोरोना की विदाई
खंडवाPublished: Oct 27, 2020 09:39:09 pm
-अक्टूबर में 7794 सैंपल लिए, 242 मरीज मिले, औसतन 9 मरीज रोज-कोरोना संक्रमण की दर हुई कम, 3.10 हुआ पॉजिटिविटी रेट-पिछले 24 घंटे में 12 नए मरीज मिले, कुल संख्या हुई 1789
-अक्टूबर में 7794 सैंपल लिए, 242 मरीज मिले, औसतन 9 मरीज रोज-डब्ल्यूएचओ के मानक से जिले में भी हो रही कोरोना की विदाई-पिछले 24 घंटे में 12 नए मरीज मिले, कुल संख्या हुई 1789
खंडवा.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मानक से जिले में कोरोना की विदाई का दौर शुरू हो चुका है। अक्टूबर माह में कोरोना संक्रमित मरीजों के मिलने की दर 3.10 प्रतिशत हो गई है। हालांकि औसतन 9 मरीज रोज के हिसाब से अक्टूबर के 27 दिनों में 242 मरीज मिले हैं। जिसमें से 12 मरीज सोमवार-मंगलवार को पॉजिटिव पाए गए। अब जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या कुल 1789 हो गई है। हालांकि ठीक होने वाले मरीजों की संख्या भी 1683 पर पहुंच गई है। जिले का रिवकरी रेट अब भी 94.07 प्रतिशत है।
अप्रैल माह से शुरू हुआ कोरोना का कहर अगस्त और सितंबर माह में सबसे ज्यादा असरकारक रहा। अप्रैल से सितंबर तक संक्रमण की दर देखी जाए तो 5.58 प्रतिशत रही। जिसमें खाली सितंबर में ही 8747 सैंपल पर 598 मरीज 6.83 प्रतिशत की दर से मिले थे। औसत के हिसाब से देखा जाए तो सितंबर में 20 मरीज रोज सामने आए थे। अक्टूबर में कोरोना संक्रमण की गति धीमी होती दिख रही है। एक से 27 अक्टूबर तक लिए गए कुल 7794 सैंपल में 242 मरीज पॉजिटिव पाए गए। औसत के हिसाब से देखा जाए तो 9 मरीज रोज मिले है और संक्रमण की दर प्रति सौ सैंपल पर 3.10 प्रतिशत हो गई है। जबकि अप्रैल से अब तक की संक्रमण दर देखी जाए तो कुल 35507 सैंपल में से 1789 मरीज मिले हैं, जो कि 5.03 प्रतिशत की दर है।
लापरवाही बिलकुल न बरतें
डब्ल्यूएचओ भी मान रहा है कि प्रति सौ सैंपल पर 5 मरीज मिलने पर उस क्षेत्र में कोरोना का वायरस धीमा पड़ रहा है। केवल अक्टूबर की ही दर देखी जाए तो कोरोना की विदाई होती दिख रही है। जिला महामारी अधिकारी योगेश शर्मा ने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीजों के मिलने की संख्या कम हो रही है। प्रतिदिन 200 से 250 सैंपल अभी भी लिए जा रहे है। डब्ल्यूएचओ के मानक से हम कोरोना वायरस से दूर हो रहे हैं, लेकिन इसके बचाव के लिए बरती जाने वाली सावधानियों के प्रति बिलकुल लापरवाह न हो। जब तक वैक्सीन नहीं मिलती तब तक कोरोना का खतरा बरकरार है। इसके लिए मास्क, सोशल डिस्टेंस, हैंड वाश, सैनेटाइजर का उपयोग करते रहना ही इससे बचाव है।