जानकारी के अनुसार ग्राम बैलवाड़ी निवासी 32 वर्षीय जितेश लौवंशी विद्युत कार्यालय में ठेका श्रमिक था। गुरुवार को मौजवाड़ी मंदिर के पास 11 केवी लाइन में फॉल्ट आ गया था। जानकारी लगने पर लाइनमैन गजानंद चतुर्वेदी ने जितेश को बुलाया और उसके साथ वहां सुधार कार्य के लिए पहुंचा और हादसा हो गया।
गंजानंद पर परिजनों ने लगाया आरोप
जितेश के परिजनों और ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गजानंद लाइनमैन है। नियामनुसार उसे लाइन में सुधार कार्य करना चाहिए, लेकिन वह पाले में नहीं चढ़ता और ठेका श्रमिकों को पोल पर चढ़कर काम करने के लिए दबाव बनाता है। ऐसा ही उसने जितेश के साथ भी किया। जितेश सुधार कार्य कर रहा था, इस दौरान उसे करंट लगा और उसकी मौत हो गई। यहां बता दें कि मृतक की एक सात वर्षीय बेटी आस्था और पांच वर्षीय बेटा आभाष हैं। आभाष का 24 सितंबर को जन्मदिन है।
ट्राली पर ले गए शव, पहुंचे अफसर
जितेश की मौत से नाराज परिजन और क्षेत्रीय लोग शव को लेकर सीधे हरसूद थाने पहुंचे। शव को वहां रखकर नारेबाजी व प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने लाइनमैन गजानंद चतुर्वेदी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किए जाने की मांग की। हंगामा बढ़ता देख हरसूद एसडीएम डॉ. परीक्षित झाड़े व नायब तहसीलदार सहदेव मौर्य समेत पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी थाने पहुंचे। परिजनों का आरोप है कि इसके पूर्व भी गजानंद के कारण कई लोग अपनी जान गांवा चुके हैं। अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। पुलिस ने मामले में भादंवि की धारा 304ए के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच में ले लिया है।
लाइनमैन को किया निलंबित
एइ पीएन आशापुरे ने बताया कि कार्यपालन यंत्री खंडवा द्वारा लाइनमैन गजानंद चतुर्वेदी को निलंबित कर दिया गया है। मामले में विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है। यह पता लगाया जा रहा है कि आखिर हादसा कैसे हुआ। यदि गजानंद दोषी पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।