खरगोन

56 दिन बाद अदब से बाहर आए लोग, दो गज की बनाई दूरी, मुंह पर लगाया मॉस्क, आचमन की तरह हाथों में लिया सेनेटाइजर, खुद को किया पवित्र

पत्रिका लाइव….-किराणा दुकानों पर काउंटर के बाहर लगाई रस्सी ताकि ग्राहक व दुकानदार के बीच बनी रहे गैप, बाहर वहीं आया जिसे था जरूरी काम, नहीं दिखी अनावश्यक भीड़

खरगोनMay 20, 2020 / 08:07 pm

Gopal Joshi

लोगों ने सेनेटाइजर भी आचमन के लिए हथेली पर लेने वाले पानी की तरह लिया और उससे हथेलियों को खुब मला।

खरगोन.
ठोकर खाकर ठाकुर बनने वाली कहावत आपने जरूर सुनी होगी। सीधा सा मतलब यह है कि विपरित परिस्थितियों से आदमी सीखता है और हालातों से जुझकर आगे बढ़ता है। कोरोना को मात देने के लिए ५५ दिन घरों के अंदर रहे लोग इसी अदब और सुझबूझ के साथ बुधवार को बाहर निकले। बाजार में खरीदारी करते समय लोगों ने एक दूसरे से दो गज दूरी बनाए रखी। मुंह पर मॉस्क लगाना नहीं भूले। दुकानदारों ने सामान देने से पहले ग्राहकों के हाथों में सेनेटाइजर दिया। लोगों ने सेनेटाइजर भी आचमन के लिए हथेली पर लेने वाले पानी की तरह लिया और उससे हथेलियों को खुब मला। बीते ५५ दिनों में आए इस परिवर्तन ने बता दिया कि शहरवासी कोरोना की जंग जीतने के लिए तैयार है। सुरक्षा की पैतरेबाजी भी सीख गए हैं।
शहर में कहां-कैसा रहा माहौल

श्रीकृष्ण टॉकीज तिराहा
सुबह १० बजे तक यहां इक्का दुक्का वाहन चालक ही नजर आए। लेकिन ११ बजे तक फलों के ठेले लगना शुरू हो गए। कुछ किराणा दुकानें भी खुली। कुछ देर इंतजार के बाद ग्राहकों की आमद हुई। किराणा दुकान पर खरीदारी करने आई सेवंती बाई को दुकानदार ने सबसे पहले हाथ से सेनेटाइजर छिड़का। महिला ने भी झट से हाथ बढ़ाए और आचमन की भांति सेनेटाइजर हथेली पर लेकर उससे हाथ साफ किए।
पोस्ट ऑफिस चौराहा
एजी रोड से लेकर पोस्ट ऑफिस चौराहा भी ५५ दिनों बाद कुछ हद तक गुलजार सा दिखा। पैदल चलने वालों के बीच दो गज की दूरी दिखी। यहां भी मेडिकल सहित किराणा दुकाने खोली गई। दुकानदार आशीष महाजन ने बताया काउंटर पर रस्सी बांधी, ताकि ग्राहक सीधे अंदर न आए। ग्राहकों ने भी जागरूकता दिखाई। सामान की लिस्ट काउंटर पर रखी और थैली थी दूर से आगे कर दी।
बावड़ी बस स्टैंड
बावड़ी बस स्टैंड पर भी चहम कदमी नजर आई। यहां भी शर्तों का ध्यान रखते हुए दुकानों के बाहर एक-एक मीटर की दूरी पर गोले बनाए गए ताकि ग्राहक वहां खड़े हो सके। सब्जी खरीदने आए मांगरूल रोड निवासी कृष्णलाल यादव ने बताया २२ मार्च के बाद अब बावड़ी बस स्टैंड तक आए हैं। इसके पहले घरों के बाहर जो सब्जी वाले आते थे उन्हीं से खरीदारी करते थे।
कई जगह अपवाद, टूटे नियम
एक ओर जहां अधिकांश लोग नियमों का पालन करते नजर आए वहीं अपवाद स्वरूप कुछ जगह नियम भी टूटे। छूट का फायदा उठाते हुए बेवजह लोग घूमते भी नजर आए। जवाहर मार्ग पर थोक बाजार होने से यहां भीड़ अधिक रही। सोशल डिस्टेसिंग तार-तार हो रही है। कुछ दुकानदार ऐसे भी हैं जो न तो ग्राहकों को सेनेटाइजर दे रहे हैं और न ही सोशल डिस्टेसिंग के लिए दबाव बना रहे हैं।

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