ट्रक की टक्कर से बाइक पर बैठा अधेड़ रोड पर गिरा, सिर पर चढ़ा पहिया, हुई मौत
खरगोनPublished: Dec 15, 2019 01:17:34 pm
इंदौर-इच्छापुर हाइवे पर हुआ हादसा, बाजार से सामान खरीदकर लौट रहा था अधेड़, दुर्घटना के चलते गईजान
ट्रक की टक्कर से बाइक पर बैठा अधेड़ रोडपर गिरा, सिर पर चढ़ा पहिया, हुई मौत,ट्रक की टक्कर से बाइक पर बैठा अधेड़ रोडपर गिरा, सिर पर चढ़ा पहिया, हुई मौत,ट्रक की टक्कर से बाइक पर बैठा अधेड़ रोडपर गिरा, सिर पर चढ़ा पहिया, हुई मौत
बड़वाह.इंदौर-ईच्छापुर हाईवे पर हादसों का सिलसिला नहीं थम रहा है।आए दिन हादसों में लोगों की मौत हो रही है।शनिवार को नर्मदा रोडपर सूरज मार्केट के सामने हुए हादसे में लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। यहां ट्रक ने बाइक कूचल दिया। जिससे उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। घटना के बाद सड़क पर लोगों की भीड़ जमा हो गई।
जानकारी के अनुसार शहर के दशहरा मैदान निवासी दीपकसिंह उर्फ मदन पिता लक्ष्मणसिंह गडगौती (50 ) किसी काम से बाजार आया था। जयस्तंभ चौराहे पर साथियों से मिलने के बाद दीपक ने चाय की पत्ती खरीदी।वह सामान घर पर देने के लिए बाइक क्र. एमपी 09 जे 7051 पर बैठकर वापस लौट रहा था।इसी दौरान नर्मदा रोड स्थित सूरज मार्केट के सामने पीछे से तेजगति से आ रहे ट्रक क्रंमाक एमपी 09 जीई 0642 ने बाइक को टक्कर मार दी।इससे बाइक का बैलेंस बिगड़ा और दीपक सड़क पर जा गिरा।कुछ ही क्षण में ट्रक का पिछला पहिया उसके सिर के ऊपर से गुजर गया।जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई।
राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी
हादसे के वक्त रोड से गुजर रहे प्रत्यक्षदर्शी अंतिम कमले, अचलेंद्र पारगिर, रोमी भाटिया ने बताया कि रोजाना सुबह से इंदौर-ईच्छापुर हाईवे पर भारी वाहनों का काफिला का गुजरना शुरू हो गया था। शनिवार को ट्रक ने बाइक सवार को टक्कर मारते हुए मौत के घाट उतार दिया।इसकी सूचना डायल 100 व पुलिस को दी गई।इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को बड़वाह शासकीय अस्पताल भेजा गया।जहां मृतक का पोस्टमार्टम कर परिजनों के शव सुपुर्द किया।अंतिम संस्कार नर्मदा के उत्तर तट पर किया गया। मृतक के दो पुत्र हर्षित व गोलू है। कुछ वर्ष उसकी पत्नी का आकस्मिक निधन हो चुका है।
पांच वर्ष पहले शुरू की थी प्रक्रिया
हरभजनसिंह भाटिया, रमिन्द्रसिंह भाटिया, नीलेश रोकडिया ने कहाकि इंदौर-ईच्छापुर हाईवे को लेकर केंद्र सरकार व पूर्व सरकार द्वारा 2014 में 205 किमी फोरलेन बनाने की स्वीकृति दी थी। हाईवे के उन्नयन पर एमपीआरडीसी ने टेंडर प्रक्रिया शुरू की थीं। आधे हिस्से का कार्य शुरू हो चुका है। किंतु इंदौर से सनावद के बीच फोरलेन कार्य अभी तक प्रारंभ भी नहीं हुआ है ।जिसके कारण विगत पांच वर्षों में सैकड़ों परिवार के भाई, पिता, बहन, माता को अपने जीवन से हाथ धोना पड़ा है।
ट्रैफिक दबाव बढऩे से हादसे
इस मार्ग पर यातायात का अधिक दबाव देखा जा सकता है।इंदौर से बुरहानपुर, महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों में माल पहुंचाने का मुय मार्ग बना हुआ है। इसमें सैकड़ों यात्री बसें सहित अनगिनत छोटे व भारी वाहन गुजरते हैं। नगर में ट्रैफिक दबाव होने से आएदिन हादसे हो रहे हैं।जिनमें कई लोगों की मौत हो चुकी है।