राठौर ने कहा मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार अस्तित्व में आने के बाद से ही किसानों की उपेक्षा शुरू हो गई। कांग्रेस दो लाख रुपए तक का कर्ज माफ करने का वादा करके सत्ता में आई। आज तक एक भी किसान का दो लाख का कर्जा माफ नहीं हुआ है। अतिवृष्टि और भीषण बाढ़ से किसान तबाह हो गया। फसलें चौपट हो गईं, मवेशी बह गए, मकान ढह गए लेकिन कांग्रेस ने कुछ नहीं किया। भाजपा के आंदोलन से घबराकर सरकार ने आपदा पीडि़त किसानों को पूरा मुआवजा देने का वादा तो किया लेकिन यह भी एक धोखा ही साबित हुआ।
राठौर ने बताया केंद्र सरकार ने आपदा पीडि़त किसानों के लिए एक हजार करोड़ रुपए प्रदेश को आवंटित किए। 900 करोड़ रुपया पूर्व से ही प्रदेश सरकार के पास आपदा प्रबंधन कोटे में था। लेकिन आज तक किसी भी किसान को 900 रुपए तक की भी राहत नहीं दी।
राठौर ने कहा-यूरिया के बदले किसानों को अपमान और लाठी चार्ज का शिकार होना पड़ रहा है। यूरिया नहीं रहा। उन्हें व्यापारी से ब्लैक में खरीदने की सलाह जरूर मिल रही है। जबकि केन्द्र सरकार ने मध्यप्रदेश को पर्याप्त मात्रा में यूरिया दिया है। जबक यूरिया ब्लैक में मिल रहा है तो सामान्य दामों में क्यों नहीं दिया जा रहा। मतलब यूरिया तो है, पर सरकार उसे ब्लैक में ही बिकवाना चाहती है। 250 रुपए कि यूरिया बोरी 450 रुपए में बिक रही है और सरकार खुले आम इस कालाबाजारी को प्रोत्साहन दे रही है।
भाजपा जिलाध्यक्ष श्री राठौर ने कहा खेत धरना आंदोलन के तहत किसानों के साथ भाजपा के मंडलों में निवासरत सभी पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं कार्यकर्ता प्रत्येक मंडल में एक स्थान पर किसी सहकारी संस्थाओं के बाहर खेत के किनारे धरना देंगे।