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जब बाल्टी में पानी वाली दाल भरकर कलेक्टोरेट लेकर पहुंचे छात्र

locationखरगोनPublished: Feb 15, 2020 09:32:21 pm

शिकायत…होस्टल अधीक्षक पर लगाया दुव्र्यवहार करने का आरोप, सहायक आयुक्त को जानकारी लगने पर बीईओ को जांच के लिए भेजा, पंचनामा बनाया

Boys Hostel Students arrived at the collectorate

कलेक्टोरेट में प्रदर्शन करते छात्र

खरगोन.
शहर के बिस्टान नाका क्षेत्र स्थित पोस्ट मैट्रिक अजजा बालक छात्रावास में अध्ययनरत छात्रों को खाने में कच्ची रोटी व पानी वाली दाल दी जा रही है। इससे शनिवार को छात्र भड़क गए और अपनी शिकायत लेकर कलेक्टोरेट पहुंचे। छात्र अपने साथ बाल्टी में पानी वाली दाल भी भरकर लाए थे। जिसे उन्होंने विभाग के अधिकारियों को दिखाया। छात्रों का आरोप था कि उन्हें इस तरह का गुणवत्ताहिन भोजन रोजाना खाने को दिया जाता है। होस्टल अधीक्षक त्रिलोक पिंडारे द्वारा मनमानी की जा रही है। बाजार में जो सब्जी सबसे सस्ती होती है, उसे ही बार-बार पकाकर खाने को दी जा रही है। कच्ची रोटी व दाल खाने से बच्चों की तबीयत बिगड़ रही है। इस समस्या को लेकर जब भी होस्टल अधीक्षक से चर्चा की गई, तो डांट कर चुप करा देते हैं। दो बार पूर्व में भी छात्रों द्वारा कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर शिकायत की गई। लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। इससे नाराज छात्र शनिवार को सबूत के तौर पर कच्ची रोटी और दाल साथ लेकर आए थे। इसकी सूचना मिलने पर सहायक आयुक्त जेएस डामोर द्वारा बीईओ कुशवाह और एक अन्य कर्मचारी लोकेंद्र रावत को जांच के लिए भेजा। जिन्होंने पंचनामा बनाया।
विद्यार्थियों का आरोप, करते है दुव्र्यवहार
होस्टल में अपने साथ हो रहे दुव्र्यवहार पर छात्रों द्वारा मोर्चा खोला गया। छात्र चुन्नीलाल रावत, मनीष मेहता, अजय मोरे, कमल भमोरे आदि ने कहा अधीक्षक पिंडारे द्वारा उनके साथ बुरा व्यवहार कर रहे हैं। हमेशा भला-बुरा कहा जाता है। रसोई में काम करने वाले कर्मचारी भी नशा करके आते हैं। अपने समस्याओं को लेकर 8 सूत्रीय ज्ञापन भी विद्यार्थियों ने बीईओ को दिया।
शौचालय है पर पानी की सुविधा नहीं
छात्रावास में साफ-सफाई की समस्या को लेकर भी विद्यार्थियों ने शिकायत दर्ज कराई। उनका कहना है कि होस्टल में नालियोंं की ठीक ढंग से सफाई नहीं होती। इतना ही नहीं शौचालय बने है, लेकिन पानी की सुविधा नहीं है। इससे रोजाना उन्हें परेशानी से दो-चार होना पड़ रहा है।
50 सीटर छात्रावास में 35 विद्यार्थी
पोस्ट मैट्रिक छात्रावास में 50 सीटें है। जिसमें ग्राीमण क्षेत्रों से आए करीब 35 विद्यार्थी अध्ययनरत है। इनकी सुविधा के लिए शासन द्वारा प्रति माह राशि भी जारी होती है। बावजूद इसके छात्रों को सुविधा से वंचित रखा जा रहा है।

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