खरगोन

तीन दिवसीय राष्ट्रीय चैंपियनशिप में एमपी के खिलाडिय़ों का रहा दबदबा

कैनो सलालम…दोनों वर्गों में चार गोल्ड जीते, केबिनेट मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ ने विजेताओं को दी ट्रॉफियां, साधौ ने कहा-सहस्त्रधारा को वॉटर स्पोट्र्स के लिए विकसित किया जाएगा

खरगोनJan 06, 2020 / 12:28 pm

हेमंत जाट

सहस्त्रधारा में आयोजित तीन दिवसीय कैनो सलालम राष्ट्रीय चैंपियनशिप

महेश्वर.
सहस्त्रधारा में आयोजित तीन दिवसीय कैनो सलालम राष्ट्रीय चैंपियनशिप में एमपी और एमपीए के खिलाडिय़ों का दबदबा रहा। रविवार को स्पर्धा का समापन हुआ। इसमें महिला और पुरुष वर्ग में एमपी के खिलाडिय़ों ने गोल्ड मेडल जीतकर सफलता का परचम लहराया। प्रतियोगिता के समापन के बाद केबिनेट मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ ने विजेताओं को पुरस्कार व ट्रॉफियां प्रदान की। साधौ ने अपने संबोधन में कहा कि महेश्वर स्थित मां नर्मदा के आंचल में बनी सहस्त्राधारा को वॉटर स्पोट्र्स की दृष्टि से विकसित किया जाएगा। हमारे देश में हर समय के लिए अवसर है यहां पहाडिय़ां है, तो रेगिस्तान भी सर्दी है और गर्मी भी। ऐसा ही हमारा महेश्वर भी जो विश्व में मुश्किल से है, वो यहां प्राकृतिक रूप में मौजूद है। कायकिंग और कैनोईंग प्रतियोगिता के लिए यह ट्रेक विश्वस्तरीय साबित हुआ है। इसे वॉटर स्पोट्र्स के लिए विकसित कर युवाओं के लिए खेलों का अवसर ओर पर्यटन के लिए निखारा जाएगा।
रविवार को इन्होंने मारी बाजी
जूनियर गल्र्स में एमपी की शिखा चौहान (140.04) को गोल्ड, सलोनी चौहान एमपीए (180.33) को सिल्वर और स्नेबा सुहागीर गुजरात (382.32) को ब्रॉन्ज मिला । इसी तरह सीनियर मेंस गु्रप में धीरज कीर एमपी (103.37) को गोल्ड, शुभम केवट एमपी (115.21) को सिल्वर, विलायत हुसैन जम्मू कश्मीर को ब्रॉन्ज (187.86) मिला । सीनियर बायज विशाल वर्मा एमपी (118. 26) को गोल्ड, शुभम केवट एमपी (123.86) को सिल्वर, दादा पीर कर्नाटक (243.59) को ब्रॉन्ज मिला ।मेन टीम इन्वेंट में वीरेंद्र बाथम, हितेश केवट, प्रद्युम्न नसीम एमपी (142.09) को गोल्ड, आकाश बाथ, धीरज कीर, राहुल त्रिलोक केवट एमपी (149. 77) को सिल्वर और अनिल मांझी, भावेश मोरो लिया, अक्षत विश्वकर्मा (365. 13) को ब्राउंस मिला।
महेश्वर की जनता का होगा आर्थिक विकास
संस्कृति मंत्री डा. साधौ ने सहस्त्राधारा को विकसित करने को लेकर कहा कि इस खेल को राष्ट्रीय स्तर पर सराहा जाता है। ऐसे प्रयास होंगे कि यहां ओलंपिक भी किया जा सके। इसके लिए सरकार पूरे प्रयास करेंगी। क्योंकि वॉटर स्पोट्र्स की दृष्टि से यह ट्रेक बड़ी अलबेली है, जो विश्व मे चुनिंदा स्थानों पर है। वही देश में दूसरी है, जहां प्राकृतिक सहयोग है। सहस्त्रधारा में वॉटर स्पोट्स की दृष्टि से विकसित करने देने के बाद वहां पर्यटन असीमित संभावनाएं देखी जा रही है। इससे महेश्वर की जनता का आर्थिक विकास निश्चित होगा।
सात में से छह स्पर्धा सहस्त्रधारा पर हुई
भारतीय कायकिंग और कैनोईंग एसोसिएशन के अधिकारी प्रशांत कुशवाह ने बताया कि इस खेल से ही यहां 5 हजार करोड़ का राजस्व मिल सकता है। अभी यह ट्रेक कई एसोसिएशन की निगाह में है। अब तक 7 राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं हुई है, उनमें से 6 सहस्त्रधारा में हुई है। इससे इसका महत्व समझा ज सकता है। इस अवसर पर कैनोईंग एसोसिएशन के सारिका श्रीवास्तव, योगेंद्र व विक्रम भी उपस्थित रहे।
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