परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार विपुल और उसकी पत्नी दोनों पुणे में प्राइवेट जॉब करते है। कोरोना की वजह से पिछले दो सालों से खरगोन में रहते हुए वर्कफॉर्म होम कामकाज संभाल रहे थे। सोमवार को उन्हें दोबारा कंपनी ज्वाइन करनी थीं। इसलिए रविवार सुबह करीब 8 बजे खरगोन निकले और दोपहर में मौत की खबर आ गई।
हाइवे पर चल रहा था निर्माण, वनवे के कारण एक्सीडेंट
हाइवे पर चल रहा था निर्माण, वनवे के कारण एक्सीडेंट
महाराष्ट्र पुलिस और स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार दुर्घटनास्थल शिर्डी से करीब 40 किमी दूर है। जिस जगह हादसा हुआ, वहां हाइवे का निर्माण चल रहा था। इस वजह से सड़क यातायत डायवर्ट कर वनवे से गाडिय़ां निकल रही थी। इसी दौरान बस और कार में भिड़ंत हो गई।
एक साथ हुआ अंतिम संस्कार, छाया शोक
एक साथ हुआ अंतिम संस्कार, छाया शोक
हादसे में हताहत मृतकों को शवों को सोमवार सुबह खरगोन लाया गया। जहां सौमित्र नगर से तारे के घर से तीन अर्थियां निकली। इस दृश्य को लेकर हर कोई भावुक नजर आया। मुक्तिधाम पर अंतिम संस्कार हुआ। इसी तरह कार चालक जगदीश के गांव देवली में अंतिम संस्कार हुआ।