बैठक में रिचार्ज पीठ विधि, ट्रेच विधि, रिचार्ज शॉफ्ट विधि छिद्र युक्त केसिंग पाइप विधि, वृत्ताकार नाली विधि द्वारा जलपुनर्भरण कैसे किया जाए इस पर मंथन हुआ। अफसरों ने इन बिंदुओं को विषयवार समझाया और लोगों को इसके प्रति प्रेरित किया।
-जल पुर्नउपयोग
-वर्षा जल का संवर्धन
-नदी, तालाब, कुआं, बावड़ी का जीर्णोद्धार
-पौधरोपण, स्वच्छ भारत अभियान। …और इधर बारिश के बाद मिली राहत, लेकिन राह हो गई कठिन
तीन-चार दिन से हो रही बारिश ने गर्मी से राहत दी। किसानों के चेहरों पर खुशी फैला दी, लेकिन इस बारिश ने व्यवस्थाओं की पोल खोलकर भी रख दी है। उखड़ी सड़कों पर फैले कीचड़ में बीच चलना मुश्किल हो गया है। लोग जुझ रहे हैं।
समस्या वाली वह तस्वीरे जो परेशान करती हैं
केस-1फिसलन से गिरे वाहन चालक
बीते एक सप्ताह से हो रही लगातार बारिश के बाद एमजी रोड बुरी तरह खराब हो गया है। यहां सीवरेज की खुदाई के बाद सड़क को एजेंसी ने ठीक से मरम्मत नहीं की। खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। गुरुवार को भी लोग यहां कीचड़ से बनी फिसलन के कारण वाहनों सहित गिरते रहे।
रास्ते पर रखा डस्टबीन, लोगों को सचेत किया
तिलकपथ पर कीचड़ की वजह से दुर्घटनाएं ज्यादा हो रही है। यहां कंपनी ने कोई संकेतक भी नहीं लगाया है। राहगीरों को कीचड़ से सचेत करने के लिए यहां व्यापारी प्रदीप दलाल, अनवर खान, गिरीश महाजन, विनोद गंगवाल आदि ने बीच रास्ते पर दूध के खाली कैरेट, डस्टबीन रख दिए हैं। जिससे वाहन चालक उस रास्ते से न गुजरे जहां फिसलन हो रही है।
विष्णुपुरी कॉलोनी में जाने के लिए जद्दोजहद
खंडवा रोड पर विष्णुकॉलोनी वाला मुख्य रास्ता बारिश के बाद कीचड़ से भरा है। यहां रहवासियों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। वाहन चालक तो फिसल ही रहे हैं यहां से स्कूल के लिए जाने वाले बच्चे भी गिर रहे हैं।