चालानी कार्रवाई को देखकर कई लोगों ने रास्ता बदला। टीम ने उनका पीछा किया और चालान बनाए। इस दौरान कई लोगों ने ताबड़तोड़ गले में टंगा गमछा और हाथ रूमाल से ही मुंह ढंका और कई बहाने भी बनाए। लेकिन टीम ने उनके चालान बनाकर विधिवत मास्क लगाने की समझाइश दी।
मॉस्क की कार्रवाई के अलावा तंबाकु-गुटखा खाकर सार्वजनिक स्थानों पर थुकने वालों के खिलाफ भी नपा ने कार्रवाई की। गुरुवार को दो लोगों के एक-एक हजार रुपए के चालान बनाए। इनके पास पांच-पांच सौ रुपए ही निकले तो शेष राशि के एवज में सड़क पर जहां गंदगी की वहां सफाई कराई और उठक-बैठक भी लगवाई।
एसडीएम अभिषेक गेहलोत ने कहा- कोरोना संक्रमण की अभी कोई वैक्सिन नहीं है। व्यक्ति जागरूकता से ही इस महामारी से बच सकता है। इसके लिए तीन मुख्य स्त्रोत है। पहला सोशल डिस्टेंस रखना , दूसरा मॉस्क और तीसरा लगातार हाथों को धोते रहना। हाथों से सीधे नाक, मुंह, आंखों को न छू सके इसके लिए मॉस्क अनिवार्य किया है।
आई है जागरूकता, मॉस्क लगाने लगे हैं लोग
अपवादों को छोड़ दें तो कोरोना संक्रमण को लेकर अधिकांश लोग सजग हो गए हैं। घर से बाहर आते ही मॉस्क लगाना धीरे-धीरेे आदत में आने लगा है। दो गज की दूरी का पालन भी किया जा रहा है।