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यहां जवाबदार अफसर ही कर रहे हैं ऐसी चूक जिससे संक्रमण फैलने का खतरा

locationखरगोनPublished: May 22, 2020 09:32:20 pm

Submitted by:

Gopal Joshi

जिम्मेदार ही लापरवाह…बैठक में बिना मॉस्क पहुंचे डॉक्टर, कलेक्टर ने फटकारा, चालान बनाया, आदेश पर नपा ने शहर में शुरू की कार्रवाई, 48 लोगों के बनाए चालान -नपा ने शहर में गायत्री मंदिर तिराहा और पोस्ट ऑफिस चौराहा पर लगाए पाइंट, सड़क पर थुकने वालों को लगवाई उठक-बैठक

Careless only responsible ...

टीम सदस्यों ने सड़क से गुजरने वाले लोगों को रोका।

खरगोन.
कोरोना से बचना है तो मॉस्क लगाइए। यह फरमान प्रशासन का है। लेकिन प्रशासन के नुमाइंदे ही इस नियम तो तार-तार कर रहे हैं। जिला संकट प्रबंधन समूह की बैठक में बिना मास्क के जाना एक बड़े ओहदे वाले डॉक्टर को भारी पड़ गया। कलेक्टर ने डॉक्टर को फटकार लगाई। नपा की टीम को बुलाकर १०० रुपए का चालान भी बनवाया। इसके बाद सीएमओ निशिकांत शुक्ला को निर्देश दिए कि बिना मॉस्क कोई न रहे। यदि कोई नियम तोड़े तो चालान बनाओ। इसी कड़ी में शुक्रवार को नपा की टीम ने शहर में दो जगह पाइंट लगाकर यह कार्रवाई की। ४८ लोगों के चालान बनाए। मॉस्क की अनदेखी करने वालों के अलावा सड़क पर थुकने वालों को भी टीम ने उठक-बैठक लगवाई है।
नपा के स्वास्थ्य अधिकारी प्रकाश चित्ते ने बताया शुक्रवार को गायत्री मंदिर तिराहा और पोस्ट ऑफिस चौराहा पर आठ-आठ सदस्यों की दो टीमों को तैनात किया गया। टीम सदस्यों ने सड़क से गुजरने वाले लोगों को रोका। जिन्होंने मॉस्क नहीं लगाया था उनके चालान बनाए। दोनों टीमों ने पूरा दिन करीब ४८ लोगों के चालान बनाए। शमन शुल्क वसूलने के बाद उन्हें दो-दो मॉस्क दिए और अनिवार्य रूप से लगाने की हिदायत भी दी।
टीम को देख मुंंह छिपाते रहे लोग
चालानी कार्रवाई को देखकर कई लोगों ने रास्ता बदला। टीम ने उनका पीछा किया और चालान बनाए। इस दौरान कई लोगों ने ताबड़तोड़ गले में टंगा गमछा और हाथ रूमाल से ही मुंह ढंका और कई बहाने भी बनाए। लेकिन टीम ने उनके चालान बनाकर विधिवत मास्क लगाने की समझाइश दी।
लगवाई उठक-बैठक, कराया श्रमदान
मॉस्क की कार्रवाई के अलावा तंबाकु-गुटखा खाकर सार्वजनिक स्थानों पर थुकने वालों के खिलाफ भी नपा ने कार्रवाई की। गुरुवार को दो लोगों के एक-एक हजार रुपए के चालान बनाए। इनके पास पांच-पांच सौ रुपए ही निकले तो शेष राशि के एवज में सड़क पर जहां गंदगी की वहां सफाई कराई और उठक-बैठक भी लगवाई।
इसलिए मॉस्क जरूरी
एसडीएम अभिषेक गेहलोत ने कहा- कोरोना संक्रमण की अभी कोई वैक्सिन नहीं है। व्यक्ति जागरूकता से ही इस महामारी से बच सकता है। इसके लिए तीन मुख्य स्त्रोत है। पहला सोशल डिस्टेंस रखना , दूसरा मॉस्क और तीसरा लगातार हाथों को धोते रहना। हाथों से सीधे नाक, मुंह, आंखों को न छू सके इसके लिए मॉस्क अनिवार्य किया है।

आई है जागरूकता, मॉस्क लगाने लगे हैं लोग
अपवादों को छोड़ दें तो कोरोना संक्रमण को लेकर अधिकांश लोग सजग हो गए हैं। घर से बाहर आते ही मॉस्क लगाना धीरे-धीरेे आदत में आने लगा है। दो गज की दूरी का पालन भी किया जा रहा है।
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