एसपी धर्मवीर सिंह ने केस दर्ज करने की पुष्टि करते हुए बताया कि कोतवाली में आरोपियों के विरुद्ध केस दर्ज किया। जिसमें एक महिला सहित निलंबित शासकीय शिक्षक भी शामिल हैं। एसपी ने कहा कि योजनाओं में गड़बड़ी करने वाले किसी भी व्यक्ति को छोड़ा नहीं जाएगा। जिले से जितने भी हितग्राहियों ने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के लिए पोर्टल पर पंजीयन करवाया था, सभी की जांच एसआइटी द्वारा की जाएगी। जिसके लिए टीम का गठन किया गया।
ज्ञात हो कि गत 31 मई को ग्राम पंधानिया के विजय राणे ने सीएम हेल्प लाइन पर शिकायत की थी। इसमें विजय ने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत खरगोन में गत 21 मई को हुए आयोजन में विजय कोचले द्वारा पांच हजार रुपए की मांग करने के आरोप लगाए थे। वहीं ऐसे अन्य मामले भी सामने आए। इस पर कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम ने डिप्टी कलेक्टर ओमनारायण सिंह और सीएमओ प्रियंका पटेल को संयुक्त रूप से जांच सौंपी थी। जांच में शिकायत सही पाए जाने पर लिप्त पाए गए शासकीय हाईस्कूल कदवाली के शिक्षक रोहित मनाग्रे और मांडवखेड़ा के सचिव मालसिंह बर्डे को निलंबित किया गया था। वहीं विजय कोचले, विश्राम डूडवे, बलवंत डावर, नरेंद्र बड़ोले, श्यामलाल उपाध्याय चंदावड़ व अन्य लोगों पर अवैध वसूली व धमकाने जैसे तथ्यों व बयानों के आधार पर एफआइआर के निर्देश दिए गए थे।
मई में 531 जोड़ों का हुआ था विवाह
योजना के तहत मई में नगरीय निकाय और जनपद क्षेत्रों में अलग-अलग सामूहिक विवाह आयोजन हुए थे। इनमें करकी 531 जोड़ों का विवाह संपन्न हुआ था। इस दौरान कई अपात्रों जोड़ों ने भी पंजीयन किया था। जिसकी पोल दस्तावेजों के सत्यापन में सामने आई थी। पत्रिका ने इस मामले में लगातार खबरें प्रकाशित कर प्रशासन का ध्यानाकर्षित कराया था। जिसके बाद उक्त कार्रवाई हुई।
एसआइटी करेगी सूक्ष्मता से जांच
एसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि प्रशासन से मिली जांच रिपोर्ट के आधार पर नरेंद्र बड़ोले, श्यामलाल उपाध्याय,विजय कोचले, भानूश्री दीक्षित व निलंबित शिक्षक रोहित मनाग्रे के खिलाफ खरगोन थाने पर एफआइआर दर्ज की गई है। एसपी ने बताया कि एसआइटी के माध्मय से पोर्टल पर पंजीकृत प्रत्येक हितग्राही के बयान लिए जाएंगे। यदि किसी अन्य द्वारा गलत तरीके से योजना में शामिल करवाने के नाम पर वसूली की बात सामने आई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। एसपी का कहना है कि इस मामले में अभी चार से पांच शिकायकर्ता सामने आए हैं। यदि अन्य किसी व्यक्ति से अवैध वसूली हुई हैं, तो वह पुलिस को नि:संकोच होकर शिकायत कर सकता है।
एसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि प्रशासन से मिली जांच रिपोर्ट के आधार पर नरेंद्र बड़ोले, श्यामलाल उपाध्याय,विजय कोचले, भानूश्री दीक्षित व निलंबित शिक्षक रोहित मनाग्रे के खिलाफ खरगोन थाने पर एफआइआर दर्ज की गई है। एसपी ने बताया कि एसआइटी के माध्मय से पोर्टल पर पंजीकृत प्रत्येक हितग्राही के बयान लिए जाएंगे। यदि किसी अन्य द्वारा गलत तरीके से योजना में शामिल करवाने के नाम पर वसूली की बात सामने आई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। एसपी का कहना है कि इस मामले में अभी चार से पांच शिकायकर्ता सामने आए हैं। यदि अन्य किसी व्यक्ति से अवैध वसूली हुई हैं, तो वह पुलिस को नि:संकोच होकर शिकायत कर सकता है।