बाजार में इस समय मिर्च बीज के रेट आसमान पर है। हर साल कीमत में बढ़ोतरी हो रही है। कमलेश पाटीदार, दिनेश पाटीदार, चंदन कुशवाह आदि ने बताया कि कुछ नामी कंपनियों का बीज 800 से लेकर एक हजार रुपए प्रति दस ग्राम है। वहीं एक किलो बीज की कीमत 80 हजार से एक लाख होती है। इसके बावजूद पैदावार को लेकर हमेशा अशंका बनी रहती है। क्योंकि मिर्च फसल पर सबसे अधिक वायरस का अटैक होता है। जिससे उत्पादन प्रभावित होता है।
अभी रोपा तैयार, जून में बुआई
अभी रोपा तैयार, जून में बुआई
मिर्च फसल बोने के लिए भी किसानों द्वारा छोटी-छोटी क्यारियों में बीज की रोपणी (रोपा) तैयार किया जा रहा है। जिसके बाद जून में इसे खेतों में लगाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि पिछले साल जिले में 50 हजार हेक्टेयर रकबा मिर्च का था, जो इस साल बढऩे की उम्मीद है।
इन कंपनियों को लाइसेंस महिको महाराष्ट्र हाईब्रिड सीड्स कंपनी प्रावि इंदौर, स्टार फिल्ड क्रॉप साइंस इंदौर, चिगरू सीड्स कर्नाटक, क्लॉज वेजीटेबल सीड्स तेलगांना, दिव्य शक्ति गुजरात, यूपीएल एडवांटा, वरद सीड्स जालना महाराष्ट्र, यूनिसेम एग्रीटेक बैंगलोर, सिनर्जी सीड्स राजकोट, नू-जीनस इंदौर, सिजेंटा इंडिया इंदौर, अंकुर सीड्स नागपुर, कलाश सीड्स जालना, नन्हेम्स हैदाराबाद, नुजिवीडु सीड्स इंदौर, ऐसेन हेवेज इंदौर, केलिक्स एग्रीजिनेटिक जयपुर।
बगैर लाइसेंस पर कार्रवाई
बगैर लाइसेंस पर कार्रवाई
मिर्च बीज बिक्री के लिए 17 कंपनियों को अधिकृत कर लाइसेंस जारी हुए हैं। इसके अलावा अन्य कोई कंपनी कारोबार करती है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। भीकनगांव में जब्त हुए बीज की जांच चल रही है।
मोहन मुजाल्दा, उप संचालक उद्यानिकी विभाग खरगोन