समाज के वाहिद खान, साजिद शेख ने बताया इसके पहले कभी ऐसा नहीं हुआ कि ईद की नमाज घर में पढ़ी गई हो। लेकिन विपरित परिस्थितियों ने सब बदल गया। हर बार ईद पर जो उमंग, उत्साह रहता है वह नहीं दिखा। संक्रमण के खतरे को देखते हुए लोगों ने घरों में ही नमाज पढ़ी।