खरगोन

कहां लालची बेटे ने की पिता को मौत के घाट उतारा, फिर सुनाई ऐसी कहानी की पुलिस के होश उड़े

अंधेकत्ल का पर्दाफाश…25 दिसंबर को ग्राम सगडियाव में हुई थी बुजुर्ग किसान की हत्या, 48 घंटे में पुलिस ने किया खुलासा

खरगोनDec 30, 2019 / 12:21 pm

हेमंत जाट

पुलिस थाने में मुंह लटकाए खड़ा आरोपी शिवपाल।

खरगोन.
सनावद क्षेत्र के ग्राम सगडिय़ाव में दो दिन पूर्व एक बुजुर्ग किसान की सिर कुचलकर हत्या कर दी गई थीं। पुलिस ने इस मामले में जांच करते हुए 48 घंटे के अंदर घटना का खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया है। किसान की हत्या किसी रंजिश के चलते नहीं, बल्कि मुआवजे के लालच में बेटे द्वारा की गई। रंगीन मिजाज और अय्याशी जैसे शौक रखने वाले कलयुगी बेटे ने ही बाप को मौत के घाट उतारा और फिर खुद को सही साबित करने के लिए पुलिस के सामने मनगढ़त कहानी सुना दी। जिसे गिरफ्तार किया गया है।
टीआई राजेंद्र सोनी ने बताया कि 25 दिसंबर को ग्राम सगडिय़ाव में रात 12 बजे साहेबसिंह पिता झाला (55) की सिर कुचलकर किसी ने हत्या कर दी थी। यह बात मृतक के पुत्र शिवपाल सिंह ने पुलिस को बताई थी। शिवपाल का कहना था कि रात में तीन अज्ञात बदमाशों खेत पर सो रहे पिता पर जानलेवा हमला कर मौत के घाट उतार दिया था। इस दौरान रात में पिता के साथ शिवपाल भी खेत में पानी देने गया था। जहां बुजुर्ग किसान की हत्या हो गई थी।
फरियादी बनकर पुलिस को करता रहा गुमराह
मृतक किसान का बेटा जो अब इस केस में आरोपी भी है, वह पुलिस को लगातार गुमराह करता रहा। टीआई के अनुसार शिवपाल की बातें शुरू से अविश्वसनीय लग रही थी। इसके चलते पुलिस ने तफ्तीश शुरू की। घटनास्थल पर पहुंचकर जांच की। शिवपाल का कहना था कि उसने रात में पत्थर गिरने की आवाज सुनाई दी थी। जबकि वह घटनास्थल से 70 फीट दूर था। पुलिस ने प्रयोग किया, तो इतनी दूरी पर आवाज सुनाई नहीं दी। आसपास के लोगों से जब आरोपी के चाल-चरित्र के बारे में जानकारी निकाली गई, तो पता चला कि आरोपी की अपने माता-पिता के साथ अक्सर अनबन होती थी। शक के आधार पर जब पुलिस ने उससे पूछताछ की, तो आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
दोस्त को दिलाया था मोबाइल
टीआई सोनी ने बताया कि पूछताछ में शिवपाल रंगीन मिजाज और जुटे-सट्टे का शौकिन रहा। कुछ दिन पहले ही उसने दोस्त रहीम पिता पप्पू को फाइनेंस में 27 हजार का मोबाइल दिलवाया था। और इसके लिए उसने बंधन बैंक से 30 हजार का समूह उठाया था। ना तो रहीम मोबाइल की किस्त जमा कर रहा था। ना ही शिवपाल समूह की राशि जमा कर पा रहा था। पिता से रुपए मांगे, जिन्होंने मना कर दिया। विवाद से बचने और भविष्य में इंदौर-इच्छापुर हाईवे की जमीन के मुआवजा बतौर मिलने वाली 72 लाख राशि की बड़ी रकम पर उसकी नजर थीं। जिससे उसके दिमाग में पिता की हत्या की करतूत सुजी।
कंबल ओढ़कर सो रहे पिता पर छुपकर हमला
पिता को मारने के लिए आरोपी शिवपाल उन्हें पानी देने के बहाने से रात में खेल पर ले गया। जहां उसने पिता से कहा कि मैं काम करता हूं और तुम जाकर सो जाओ। साहेबसिंह कंबल ओढ़कर सो गया। पीछे से शिवपाल वहां पहुंचा। उसने पिता को सोता हुआ देखकर पत्थर से सिर जोरदार हमला किया। इसके बाद बुजुर्ग किसान की मौत हो गई। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर घटना के वक्त पहने कपड़े व पत्थर भी जब्त किया, जिससे आरोपी ने हत्या जैसा अपराध किया। उक्त प्रकरण में टीआई राजेंद्र सोनी के निर्देशन में एसआई नीरज लोधी, दीपक तलवारे, शरद पाटील, आरक्षक राजू गुर्जर, मुकेश तिरोले, हरिओम बड़े, राजा सिंह, राकेश पाटिल, सूर्यप्रकाश ने जांच में सहयोग किया।

Home / Khargone / कहां लालची बेटे ने की पिता को मौत के घाट उतारा, फिर सुनाई ऐसी कहानी की पुलिस के होश उड़े

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.