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कंडम बसों में जानलेवा सफर, आरटीओ सुस्त, नियम बेअसर

locationखरगोनPublished: Sep 10, 2019 11:36:06 am

Submitted by:

Gopal Joshi

-शहर से ग्रामीण रुट पर दौड़ रही अनफीट बसें, हो रहे हादसे-बिस्टान हादसे के बाद अधिकांश बसें दूसरे दिन नहीं चली -कलेक्टर ने बस का फीटनेस निरस्त करने के दिए निर्देश, आरटीओ को लगाई फटकार

Deadly travel, rules ineffective

खरगोन. अधिकांश बसों में नीचे का प्लेटफार्म इस तरह सड़कर खराब हो चुका है।

खरगोन.
दिन सोमवार। समय दोपहर करीब 1.२५ बजे। सड़कों पर दौडऩे वाली बसों की पड़ताल करने के लिए बस स्टैंड का राउंड लगाया। यहां अनगिनत बसें अलग-अलग रुट पर जाने के लिए तैयार थी। एजेंट गंतव्य स्थलों के नाम लेकर सवारियों को बुला रहे थे। नजर ग्रामीण रुट पर जाने वाली एक बस पर पड़ी। उसकी हालत देखकर ही पता चल रहा था कि इसका फीटनस कैसा होगा। ड्राइवर साइड में सबसे पीछे की खिड़की एक रस्सी के सहारे टंगी थी। लाइट फूटे हुए थे। अंदर झांकर देखा तो सीढिय़ों पर जंग लगा था। खड़ी बस में ही दम घुटने लगा। जैसे-तैसे बस में सवार होकर सफर तय किया। अभी बस आधा किमी ही गई थी कि पोलपट्टी सामने आने लगी।
बस की खिड़कियों से खटर-पटर की आवाजों ने कानों में सन्नाटा पैदा कर दिया। ब्रेक लगाने पर झटके लगे। पीछे की सीट पर बैठने वालों को तो दिन में तारे नजर आ गए। जो खिड़कियां रस्सियों के सहारे बंधी थी वह जोर-जोर से खडख़ड़ाने लगी। भतीजे मुकुंद के साथ भगवानपुरा की ओर जाने वाली राधाबाई पटेल ने बताया जैसे-जैसे बस आगे बढ़ेगी इसमें ठंूस-ठंूसकर सवारियां बैठाई जाएगी। गतंव्य तक पहुंचने में जान निकलती है। लेकिन क्या करें, सफर मजबूरी है। तीन की सीट पर पांच लोगों को बैठाया जाता है। बच्चों को बैठाओं तो किराया पुरा लगता है। उल्लेखनीय है कि रविवार को चित्तौडग़ढ़-भुसावल मार्ग पर बिस्टान के आगे मोहनपुरा फाटे के पास बस प्रबंधन की लापरवाही के चलते काबरी के हर्षित (४) की असमय मौत हो गई। हादसे में बस में सवार बच्चा अपने-दादा-दादी के साथ बिस्टान की ओर आ रहा था। गोद में बैठा हर्षित अचानक फिसला और बस के प्लेटफार्म में बने ***** से सीधे सड़क पर जा गिरा। कोई कुछ समझता इसके पहले बस का पिछला पहिया उसके ऊपर से गुजर चुका था। बच्चे ने मौके पर ही दम तोड़ा। इस हादसे के बाद पत्रिका ने हकीकत जानने के लिए यह पड़ताल की।
अधिकांश बसें नहीं चली
यात्रियों ने बताया सोमवार को अधिकांश बसें बिस्टान रुट पर नहीं चली। लोग तरह-तरह के कयास लगाने लगे। पर्व-त्योहार टटोलने लगे। भगवानपुरा जाने वाले मगन बारेला ने बताया शायद रविवार के हादसे की वजह से आज डर के मारे बसें बंद कर दी होगी।
दूसरे दिन भी इसी ढर्रे पर दौड़े वाहन
मोहनपुरा फाटे के पास हुए हादसे के दूसरे दिन सोमवार को फिर ग्रामीण रुटों पर पुराने ढर्रे से ही वाहन दौड़ते रहे। हालांकि बिस्टान रोड पर कंडम बसों की आवाजाही रोजाना की तुलना में कम रही। यह पाबंदी विभाग ने नहीं लगाई बल्कि कार्रवाई से बचने के लिए बस संचालकों ने ही इन्हें रोका।
यात्री बसों के अलावा स्कूल बसों की हालत भी खराब
जिले में यात्री बसें ही नहीं कई स्कूल बसों की हालत भी बद से बद्दतर है। पालक अपने बच्चों को स्कूल बस में चढ़ाने से पहले कई बार सही सलामत घर लौटने की कामना करते हैं। जिले में ऐसे कई उदाहरण है जहां अनफीट व कंडम बसों के चलते कई बार दुर्घटनाएं हो चुकी हैं।
कलेक्टर ने आरटीओ को लगाई फटकार, बोले- नहीं करते हो जांच
मोहनपुरा फाटे के पास हुए हादसे के बाद सोमवार को कलेक्टर गोपालचंद्र डाड ने आरटीओ शैलेंद्र निगम को फटकार लगाई। उन्होंने कहा- आपकी लापरवाही की वजह से हादसे हो रहे हैं। चार वर्षीय बेटे की मौत दुखद घटना है। समय-समय पर बसों की जांच होती हो ऐसा नहीं होता। अफसोस जांच हो ही नहीं रही है। कलेक्टर ने आरटीओ को संबंधित बस का फीटनेस तत्काल निरस्त करने के निर्देश दिए।
निर्देश पर भी कार्रवाई नहीं
गत दिनों अवरकच्छ में कुंदा नदी के पुल से एक वाहन चालक ने बाढ़ का पानी होने पर बस निकाली। शिकायत पर कलेक्टर ने वाहन का लाइसेंस व फीटनेस निरस्त करने के निर्देश दिए, लेकिन इसका पालन भी नहीं हुआ। इस पर भी कलेक्टर नाराज हुए और आरटीओ को खरी-खोटी सुनाई।
आरटीओ की सफाई, की है कार्रवाई
कलेक्टर की नाराजगी पर आरटीओ निगम ने सफाई देते हुए कहा कि रविवार को हुए हादसे में बस का निरीक्षण किया। वाहन की बॉडी में तीसरी सीट के नीचे फ्लोर पर छेद मिला। यहां से बच्चे का पैर फिसला और वह बस के पहिए के नीचे आया। इसकी वजह से उसकी मृत्यु हुई है। इसके चलते फिटनेस निरस्त किया है। अवरकच्छ वाले मामले में वाहन (एमपी.09.एफए 2209) का लाईसेंस 1 माह के लिए निलंबित किया है।
अगस्त माह : हादसे एक नजर में
केस- 1
्रबमनाला में पलटी स्कूल बस, १० बच्चे घायल
जिला मुख्यालय से करीब ३३ किमी दूर खंडवा रोड पर बमनाला के पास झिरन्या-सेल्दा के बीच वेदा नदी पुल के पास स्कूल बस अनियंत्रित होकर पलट गई। बस में २२ बच्चे सवार थे। १० घायल हो गए। इस हादसे में भी बस का संतुलन बिगडऩे व ब्रेक फेलन होने से हादसा होने की आशंका जताई गई। बस में बसें बच्चों को शीशे तोड़कर बाहर निकाला गया।
केस-२
भीकनगांव-सनावद रोड पर बस पलटी, २७ घायल
सनावद के भीकनगांव मार्ग पर २३ अगस्त को एक यात्री बस पलट गई। इसमें 40 यात्री सवार थे। ३८ घायल हुए। यह हादसा बस का एक्सल व स्टेयरिंग टूटने से हुआ। बस सड़क से नीचे उतरकर पलट गई। घायलों को उपचार के लिए सनावद के सिविल अस्पताल में पहुंचाया गया। हालांकि बस में आई तकनीकी खराबी की वजह जर्जर सड़क को बताया गया।

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