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साढ़े आठ किमी की सड़क निर्माण के लिए बीच सड़क पर किया सद्बुद्धि यज्ञ

locationखरगोनPublished: Feb 25, 2020 11:37:30 pm

अनोखा यज्ञ.. सड़क को लेकर चुनाव का विरोध किया, आवेदन दिए, नहीं हुई सुनवाई

Election opposition news khargone

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खरगोन. जिला मुख्यालय से साढ़े आठ किमी दूर देवली के बाशिंदे लंबे अरसे से सड़क निर्माण की मांग सरकार व प्रशासन से कर रहे हैं। इस मांग को लेकर ग्रामीणों ने बीते विधानसभा व लोकसभा चुनाव में मतदान का विरोध किया। भगवानपुरा विधानसभा के इन ग्रामीणों ने कई बार अफसरों की चौखट पर आकर आवेदन-निवेदन किए, लेकिन सुनवाई कहीं नहीं हुई। अब ग्रामीणों ने अपना विरोध अनोखे ढंग से दर्ज किया है। सोमवार को यहां के रहवासियों ने उबड़-खाबड़ सड़क पर जाजम बिछाया और यहां सद्बुद्धि यज्ञ किया। आहुतियां छोड़ते हुए बजरंगबली को याद किया और बोले- हे प्रभु! अब आप ही नेता व अफसरों के मन को परिवर्तित करें। उन्हें सद्बुद्धि दें ताकि वे हमारी पीड़ा को समझें और हमारी इस महत्वपूर्ण मांग को पूरा करें। ग्रामीणों ने यज्ञ कुंड में हवन सामग्री के साथ लाल मिर्च की आहुतियां भी दीं। उन्होंने कहा- हो सकता है इस तरीके से जवाबदारों तक हमारी मांग पहुंचे, उन्हें मिर्ची लगे और शायद हमारी मांग पूरी हो जाए।
सोमवार को ग्रामीणों ने गांव के नजदीक नाले के निर्माणाधीन पुलिया पर टेंट लगाया। यहां यज्ञ वैदी तैयार की। बजरंगबली की फोटो स्थापित किया और पंडित मोहनलाल शर्मा से सद्बुद्धि यज्ञ कराया। यज्ञ स्थल पर एक बैनर भी लगाया गया। इस अनोखे यज्ञ में हिंदू-मुस्लिम समाज के लोगों ने धर्म-जाति के ऊपर उठकर समस्या के समाधान को लेकर ऊपर वाले से अरदास की। यज्ञ स्थल पर एक बैनर भी लगाया गया। इसमें लिखा था- ईश्वर अल्लाह से है पुकार, नहीं सुनती सरकार, देवली से खरगोन तक पक्की सड़क की है दरकार।
सुंदरकांड की चौपाइयों पर डाली आहुतियां
यज्ञ में ग्रामीणों ने सुंदरकांड की चौपाइयों पर आहुतियां डाली। गांव के शिवराम गेहलोत, भवानीसिंह गेहलोत, गणपति सेन आदि ने बताया मान्यता है कि सुंदरकांड करने से ईश्वर सभी कष्टों को हरते हैं। कच्ची सड़क हमारे लिए परेशानी है। यहां से उपज लेकर या पैदल गुजरना भी कष्टप्रद है। शायद इस हवन के करने से अफसरों व नेताओं की मति सुधरे और उन्हें हमारी पीड़ा का एहसास हो और वह सड़क निर्माण करा दे इसलिए यह हवन किया है।
सर्वे भी किया, निर्माण का इंतजार
ग्रामीणों ने बताया लगातार की जा रही मांग के बाद इस सड़क का सर्वे भी किया। अफसर, नेताओं का कहना है यह मार्ग स्वीकृत हो गया, लेकिन इसके बाद भी निर्माण शुरू नहीं हुआ है। बीते एक साल से ग्रामीणों को आस बंधी थी कि शायद 2020 में यह सड़क बनकर तैयार हो जाएगी।
चार गांवों को जिला मुख्यालय से जोड़ती है सड़क
गांव के दशरथ राठौड़ ने बताया यह सड़क देवली सहित कोठा खुर्द, कोठा बुजुर्ग और बलवाड़ी को जिला मुख्यालय से जोड़ती है। इन गांवों की कुल आबादी करीब दस हजार है। अभी सड़क कच्ची होने से ग्रामीणों को 25 किमी का फेरा लगाकर टांडा बरूड़ से होते हुए जिला मुख्यालय पहुंचना पड़ता है। रहवासी एक अन्य रास्ते से कुंदा नदी पार कर भसनेर होते हुए खरगोन पहुंचते हैं।
उपज लेकर जाने में बड़ी परेशानी
ग्रामीणों ने बताया अधिकांश परिवार खेती-किसानी से जुड़े हैं। रुटिन में खरगोन जाना हो तो कैसे भी चले जाते हैं, लेकिन उपज लेकर मंडी तक जाना बड़ी परेशानी है। उबडख़ाबड़ रास्ते पर कई बार बैलगाडिय़ां व वाहन क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। रास्ता बन जाए तो किसान समय पर उपज मंडी पहुंचा सकते हैं।

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