ऑनलाइन डाटा इंट्री में खरगोन प्रदेश में पिछड़ा, सीएमएचओ ने लगाईफटकार, कर्मचारियों ने बैठक का किया बहिष्कार
खरगोनPublished: Dec 15, 2019 01:41:14 pm
कर्मचारियों ने अभद्र व्यवहार के लगाए आरोप, इंट्री के लिए दिए गए टेबलेट लौटाए, कलेक्टर से की शिकायत
सीएमएचओ की फटकार से नाराज कर्मचारियों ने किया समीक्षा बैठक का बहिष्कार
खरगोन.राष्ट्रीय कार्यक्रमोंं को लेकर सीएमएचओ कार्यालय परिसर स्थित प्रशिक्षण हॉल में शनिवार को समीक्षा बैठक हुई। इसमें अनमोल टेबलेट में की जाने वाली ऑनलाइन डाटा एंट्री काम में खरगोन प्रदेश में पिछड़ गया है। धीमा काम होने से सीएमएचओ रजनी डाबर नाराज हुई। गोगावां ब्लॉक के कर्मचारियों को फटकार लगाई। लेकिन सीएमएचओ का यह एक्शन मोड तकरार में बदल गया। सीएमएचओ के सत व्यवहार से गुस्साए कर्मचारियों का गुस्सा बैठक में ही फूट पड़ा। सभी कर्मचारियों ने बैठक का बहिष्कार कर टेबलेट लौटा दिए। मोर्चा खोलते हुए कलेक्टोरेट का रुख कर लिया। कलेक्टर को सीएमएचओ डाबर पर द्वेषभावना से काम करने और अपमानजनक व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए शिकायती आवेदन सौंपकर कार्रवाई की मांग की। साथ ही कार्रवाई होने तक बैठक में न आने की चेतावनी भी दी।
कर्मचारी सुनील सोनी ने बताया गोगावां ब्लॉक के एएनएम, एमपीडब्ल्यू, सुपरवाइजर, एलएचवी सहित आशा और आशा सहयोगियों की संयुक्त बैठक शनिवार को रखी गई। इसमें सीएमएचओ डॉ. रजनी डावर ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे राष्ट्रीय कार्यक्रमों की समीक्षा के दौरान डाटा इंट्री को लेकर नाराजगी जताई। अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। इस पर कर्मचारियों ने आपत्ति जताते हुए कहा- बैठक में उनके मातहत यानी आशा और आशा सहयोगी भी शामिल हैं। उनके सामने इस तरह की भाषा में फटकार लगाना उचित नहीं है। इससे उन्हें फील्ड में काम लेना मुश्किल हो सकता है।
आपत्ति ली तो सीएमएचओ ने कहा- बैठना हो तो बैठो, वरना जाओ
कर्मचारी अमृता सोनी, शाहनवाज खान, रामकरण कुशवाह, एके चौहान, कैलाश कुशवाह, रुकमणी चौहान, राजेश रावल आदि ने आरोप लगाया कर्मचारियों की आपत्ति से सीएमएचओ और अधिक आक्रोशित हो गई और यहां तक कह दिया कि बैठक में बैठना है तो बैठो वरना बाहर चले जाओ। इसके बाद सभी कर्मचारी बैठक का बहिष्कार कर बाहर आ गए। बैठक में करीब 6 5 कर्मचारी मौजूद थे।
टेबलेट किए वापस
बैठक का बहिष्कार कर परिसर में इकट़्ठा हुए कर्मचारियों ने नाराजगी जताते हुए कहा-सीएमएचओ ने अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करने के साथ ही यहां तक कह दिया कि शासन द्वारा डाटा इंट्री के लिए दिए गए टेबलेट का कर्मचारी दुरुपयोग करते हुए निजी इस्तेमाल कर रहे है, जो सही नहीं है। इतना सुनते ही कर्मचारियों ने टेबलेट भी लौटा दिए।
कर्मचारियों ने बताई पिछडऩे की यह वजह
कर्मचारियों ने डाटा इंट्री में पिछडऩे का कारण बताते हुए कहा- कर्मचारी दो माह से एनसीडी डाटा एंट्री में व्यस्त होने से अनमोल टेबलेट में डाटा एंट्री कार्य में पिछड़ गए। इसके अलावा आरसीएचएम में तकनीकी खामियां भी है। इस कारण समय पर इंट्री नहीं हो पा रही।
अब नहीं करेंगे डाटा इंट्री
गुस्साए कर्मचारियों ने शासन द्वारा उपलब्ध कराए गए टेबलेट सीएमएचओ के सुपुर्द कर दिए। चेतावनी भरे लहजे में कहा-उन्होंने डाटा इंट्री का कोई प्रशिक्षण नहीं लिया है न ही इस काम के लिए नियुक्ति है। अब वह ऑफलाइन काम करेंगे। सारा डाटा ब्लॉक में पदस्थ 6 डाटा एंट्री ऑपरेटरों के सुपुर्द करेंगे वे ऑनलाइन काम करेंगे।
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कर्मचारियों की नाराजगी से अटक सकता है काम
ऑनलाइन डाटा इंट्री के मामले में जिले की स्थिति प्रदेश में पहले ही खराब है। अब कर्मचारियों को इस तरह काम छोडऩा विभाग की परेशानियों को बढ़ा सकता है। करेला ऊपर से नीम चढ़ा वाली स्थिति पैदा हो रही है। समय पर डाटा इंट्री का काम नहीं हुआ तो इससे जुड़ी योजनाएं व काम भी प्रभावित होगा।
काम में लापरवाही पर हमें भी मिलती है फटकार
-डाटा इंट्री में काम बेहद कमजोर हुआ है। इसकी वजह से प्रदेश स्तर पर हमें भी फटकार मिलती है। कोई व्यक्तिगत द्वेषता नहीं है। काम में लापरवाही दिखी तो टोका, यह हमारी जवाबदारी भी है। रजनी डाबर, सीएमएचओ, खरगोन