धार्मिक, आर्थिक व सामाजिक असमानताओं को खत्म करने के लिए ही मानव अधिकार की स्थापना
अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस पर टाउनहॉल में हुई संगोष्ठी, एडीजे सहित विधायक व एसडीएम ने रखे विचार
संगोष्ठी को संबोधित करते एडीजे सुभाष सोलंकी,संगोष्ठी को संबोधित करते एडीजे सुभाष सोलंकी
खरगोन. धार्मिक, आर्थिक व सामाजिक असमानताओं को खत्म करने के लिए मानव अधिकार की स्थापना हुई है। हमारे संविधान की जो प्रस्तावना है, वो पूरी तरह से मानव अधिकार को ही केंद्रित कर बनाई है। भारत के जो लोग है उनको सर्वाधिक महत्वपूर्ण बताया है। मंगलवार को यह बात नगरपालिका टाउनहॉल में एसडीएम अभिषेक गेहलोत ने कही। वे यहां अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस पर हुई संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। यह संगोष्ठी स्वच्छ पर्यावरण-मानव अधिकार विषय पर आधारित थी।
संगोष्ठी में क्षेत्रीय विधायक रवि जोशी ने कहा- हम स्वच्छ रहेंगे, तो हमारा मन स्वच्छ रहेगा। जब मन स्वच्छ होगा, तो हमारा खरगोन स्वच्छ बनेगा। इसलिए हम को भी प्रयास करना चाहिए कि खरगोन स्वच्छता सर्वेक्षण.2020 में फिर से नंबर-1 बने। उन्होंने कहा खरगोन में पर्यावरण को लेकर एक अच्छी पहल हुई है। इसमें ऐसी तकनीक का उपयोग किया गया, जिससे पौधरोपण कम समय में जंगल का स्वरूप धारण कर रहे हैं। खरगोन में जापान की मियामाकी तकनीक से नवगृह मैदान, कलेक्टर परिसर और इंद्रटेकड़ी सहित अन्य स्थलों पर पौधरोपण किया गया।
स्वच्छता ही सेवा है
एडीजे सुभाष सोलंकी ने कहा- स्वच्छता ही सेवा है। जीवन को सुखमय बनाना हो, तो स्वच्छ रहकर स्वच्छ वातावरण बनाना चाहिए। कार्यक्रम में अतिरिक्त जिला पंचायत सीईओ पुरूषोत्तम पाटीदार, जिला परियोजना अधिकारी आशा भंडारी, नगर पालिका सीएमओ निशिकांत शुक्ला आदि मौजूद थे। संगोष्ठी मानव अधिकार आयोग के मित्र बसंत सोनी के मार्गदर्शन में हुई।
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