ये है पूरा मामला
राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ के तहसील अध्यक्ष सुखदेव पाटीदार ने बताया कि गुरुवार सुबह 10 बजे आबकारी टीम हमारे खेत के पास शराब पकड़ने पहुंची थी। इस दौरान यहां शराब बना रहे लोग टीम को देखकर भाग खड़े हुए। वहीं पड़ोस के खेत में पाटीदार का बेटा रविंद्र और पत्नी प्रमिलाबाई काम कर रहे थे। किसानों ने आरोप लगाते हुए बताया कि सहायक आबकारी अधिकारी सचिन भास्करे व उनके साथ आए कर्मचारियों ने अभद्रता करते हुए डंडे मारना शुरू कर दिए। कैलाश पाटीदार व अन्य लोगों को जब यह बात पता चली तो वह समझाने पहुंचे। ग्रामीणों के विरोध करने पर शराब भट्टी के पास ले जाकर वीडियो बनाया और झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। इस घटना के बाद ग्रामीण खरगोन पहुंचे। जहां समाज के वरिष्ठ शांतिलाल पाटीदार के साथ आबकारी अधिकारी सहित एसपी व कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर आवेदन दिया।
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ये बोले जिम्मेदार..
- ग्रामीणों से जानकारी मिली है। किसी भी निर्दोष व्यक्ति पर गलत कार्रवाई नहीं होगी। मामले की जांच कराएंगे।
मनीष तिवारी, जिला आबकारी अधिकारी खरगोन
- गुरुवार को डोंगरगांव सहित आसपास के इलाकों में अवैध शराब बनाने की सूचना पर कार्रवाई की गई। मारपीट का आरोप बेबुनियाद है। किसान से सिर्फ शराब बनाने वालों के नाम पूछे गए, तो विरोध शुरू कर दिया।
सचिन भास्करे, सहायक आबकारी अधिकारी