इन ग्रामों में खुलेआम झोलाछाप चिकित्सक कर रहे इलाज
वनांचल के ग्राम पिपलझोपा, सिरवेल, काबरी, मोहना, गढ़ी, मोगरगांव, दाउदखेड़ी, सरवर, देवला, भग्यापुर, सामरपाट, धूलकोट आदि गांवों में झोलाछाप चिकित्सकों द्वारा मरीजों का इलाज किया जा रहा है । ये झोलाछाप चिकित्सक प्रत्येक मरीज से इंजेक्शन लगाने के 50 से 60 रुपए लेते हैं वहीं स्लाइन बॉटल लगाने के 250 से 300 रुपए ले रहे हैं। साथ ही मेडिसिन भी स्वयं ही देते हैं। ऐसे में गरीबों को झोलाछाप चिकित्सक लूटने का काम कर रहे हैं । यह गोरखधंधा बीएमओ चेतन कलमे की अनदेखी में फलफूल रहा है इस ओर स्वास्थ्य विभाग का भी ध्यान नहीं है। ग्रामीणों ने बताया कि वनांचल में फैले झोलाछाप चिकित्सकों पर सिर्फ दिखावटी कार्रवाई की जाती है। आजतक इनपर कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की गई, जिससे फर्जी चिकित्सकों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। वे बेखौफ होकर मरीजों की जान दांव पर लगा रहे हैं।
घर में बना दिया अस्पताल
क्षेत्र में कई जगहों पर फर्जी चिकित्सकों ने अपने घरों को ही अस्पताल बना दिया है। खटिया व पलंग पर मरीजों को लिटाकर इलाज कर रहे हैं। प्रत्येक झोलाछाप 20 से 30 मरीजों का इलाज प्रतिदिन करते हैं साथ ही अधिकतर झोलाछाप चिकित्सक सरकारी अस्पताल के चिकित्सकों की तरह रोजाना जिला मुख्यालय से आना-जाना करते हैं।
अभी भी झोलाछाप चिकित्सकों पर कार्रवाई जारी है और आगे भी जारी रहेगी।
-चेतन कलमे, बीएमओ भगवानपुरा