नहर के लीकेज से खेत बने दलदल, फसलें हो रही खराब
खरगोनPublished: Dec 15, 2019 12:52:27 pm
किसानों को उठाना पड़ रहा आर्थिक नुकसान, हर साल चौपट हो रही फसल
विजय ने बताया कि मेरी लगातार चार वर्षों से रबी और खरीफ दोनों सीजन की फसलें खराब हो रही है
पीपलगोन.
ओंकारेश्वर परियोजना के तहत बनी नहर के सीपेज के कारण किसानों की फसलें बर्बाद हो रही है।क्षेत्र के ग्राम खमलाय में कईकिसानों के खेत तालाब में तब्दील हो गए हंै । जिससे किसानों की गेहूं व चने की फसलें खराब हो गई। वहीं खेतों के दलदल होने से किसान नई फसल की बुआई नहीं कर पा रहे हैं। किसानों ने बताया कि उनकी दोनों सीजन की फसलें इसी तरह नष्ट हो जाती है।इससे उन्हें हर साल आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।ग्राम खमलाय के किसान विजय पिता रेवाराम जिराती एवं रेवाराम पिता रूखडू के खेतों के पास नहर निकली हुई है । जिससे नहर से दिन रात पानी का रिसाव होता रहता है । किसानों के अनुसार उन्हें एक डिसमिल का मुआवजा मिला है, जबकि उनकी दो हेक्टर जमीन खराब हुई है । विजय ने बताया कि मेरी लगातार चार वर्षों से रबी और खरीफ दोनों सीजन की फसलें खराब हो रही है।इस कारण खर्च भी नहीं निकल रहा है। इसी तरह ग्राम के अन्य किसानों के खेत में भी जलजमाव की समस्या बनी हुईहै।
अधिकारी कर रहे अनदेखी
किसानों का आरोप है कि उनकी परेशानी को विभागीय अधिकारी लगातार अनदेखा कर रहे है।पिछले दिनों भी अधिकारी देख कर चले गए, लेकिन कोई हल नहीं हुआ।समस्य जस की तस बनी हुई। ग्रामीणों ने कहा कि नहर की मरमतकर रिसाव को बंद किया जाए अथवा उन्हें फसल नुकसानी के बदले मुआवजा दिया जाए।
वर्जन…
किसानों की शिकायत प्राप्त हुई है। मैं सोमवार को मौके पर पहुंचकर निरीक्षण करुंगा। विभागीय अधिकारी को भी बुलाया है। किसानों की समस्या का समाधान कराएंगे।
विवेक सोनकर, तहसीलदार कसरावद