scriptनियम-आदेशों में उलझे किसान, कैसे मिलेगा उपज का दाम | Farmers involved in rules and orders | Patrika News

नियम-आदेशों में उलझे किसान, कैसे मिलेगा उपज का दाम

locationखरगोनPublished: Sep 11, 2019 10:56:28 am

Submitted by:

Gopal Joshi

कन्फ्यूजन…-विपणन बोर्ड का पहला आदेश- दो लाख तक नकद भुगतान होगा, दूसरे आदेश में कहा- उपज का दाम सीधे खातों में जाएगा, किसान बोले- नकद भुगतान नहीं मिला तो चाय-पत्ती भी नहीं खरीद सकते

Farmers involved in rules and orders

खरगोन. 11 सितंबर को मंडी में कपास खरीदी का मुहूर्त है।

खरगोन.
सालभर खेतों में काम करने के बाद शहर तक उपज लाने वाले किसानों का उसका दाम नकद मिलेगा या राशि खातों में जमा होगी इस बात को लेकर किसान असमंजस में है। मप्र राज्य कृषि विपणन बोर्ड के लगातार बदलते आदेशों से किसान ज्यादा ही भ्रम में है। हालांकि मंडी प्रबंधन ने राज्य कृषि विपणन बोर्ड के आदेश का हवाला देते हुए यह स्पष्ट कर दिया है कि किसानों को उपज का भुगतान आरटीजीएस यानी बैंक खातें में ही होगा। ऐसे में यदि कोई किसान किराए के वाहन में कम उपज लेकर आता है तो उसे वाहन का भाड़ा भी अपनी जेब से देना पड़ सकता है। इतना ही नहीं शाम को उपज बेचकर घर लौटते समय वह अपने बच्चों के लिए सेव-परमल, मिठाई या चाय-पत्ती तक खरीदकर नहीं ले जा सकता।
कृषि उपज मंडी के सचिव रामवीर किरार ने बताया ३० अगस्त को मप्र राज्य कृषि विपणन बोर्ड के संयुक्त संचालक का एक आदेश मिला है। इसमें स्पष्ट किया गया है कि व्यापारी किसानों को नकद भुगतान नहीं करना चाहते हैं तो वे आरटीजीएस या अन्य बैंक ट्रांसफर प्रणाली की ऑनलाइन व्यवस्था के जरिए भुगतान करेंगे। इस आदेश के बाद किसानों की दुविधा बढ़ गई है। वैसे आम तौर पर आरटीजीएस में कम से कम २४ घंटे इतना समय भी लगता है, ऐसे में किसानों के जरूरी लेन-देन नहीं हो सकेंगे। इसके लिए उन्हें खातों में राशि आने तक इंतजार करना पड़ेगा।
जून 2019 में मिला था यह आदेश
जून २०१९ में मप्र राज्य कृषि विपणन बोड गे प्रबंध संचालक सह आयुक्त ने आदेश दिए थे कि अब किसानों को कृषि उपज मंडियों में उपज बेचने पर उसी दिन अधिकतम दो लाख रुपए का नकद भुगतान किया जाएगा। इस आदेश को किसानों के लिए फायदेमान माना जा रहा था।
30 अगस्त में मिला यह आदेश
शासन प्रावधानों के तहत व्यापारी, क्रेता किसानों को नकद भुगतान नहीं करना चाहते तो बैंक ट्रांसफर प्रणाली ऑनलाइन आरटीजीएस, एनईएफटी, यूपीआई, आईएमपीएस किसी प्रक्रिया से भुगतान कर सकते हैं। इसमें भुगतान की सुनिश्चिंतता के बाद ही ई-अनुज्ञा जारी की जाएगी।

भाकिसं का स्टैंड, प्रशासन के सामने रखेंगे पक्ष
भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष श्याम पंवार ने बताया वह बोर्ड के दोनों आदेशों से वाकिफ है। इनमें आरटीजीएस से किसानों को भुगतान करने की बात कही गई है। इस सिस्टम में छोटे किसानों को परेशानी ज्यादा होगी। भारतीय किसान संघ प्रशासन के सामने किसानों का पक्ष करेगा। मांग करेंगे कि कम से कम पचास हजार तक उपज का नकद भुगतान किसानों को दिया जाए, ताकि वे आरटीजीएस के माध्यम से खाते में राशि आने तक अपने जरूरी कामकाम पूरे कर सकें। इसके लिए मंडी प्रबंधन और जिला प्रशासन दोनों से ही मुलाकात की जाएगी।

कपास का नीलामी मुहुर्त आज, सचिव बोले- सूखी फसल लाएं किसान
सीजन केे नए कपास की नीलामी का मुहूर्त ११ सितंबर बुधवार को तय किया है। इस दिन दोपहर 12.15 बजे से खरीदारी शुरू होगी। मंडी सचिव रामवीर किरार ने किसानों से आग्रह किया है कि वे मंडी में कपास साफ, सुथरा एवं सुखा लेकर आए। किसानों को को साथ में बैंक पासबुक, आधारकार्ड की फोटोकॉपी, मोबाइल नंबर भी लाने का कहा गया है, ताकि भुगतान सीधे उनके खातों में हो सके। मुहूर्त में शामिल होने के लिए किसान मंगलवार को ही बैलगाडिय़ों से उपज लेकर मंडी पहुंचे। यहां योजनाओं की जानकारी किसानों को मिले इसके लिए मंडी प्रबंधन ने परिसर में वॉल पेंटिंग भी कराई।

आरटीजीएस, एनईएफटी से होगा भुगतान
-1 सितंबर से भारत सरकार द्वारा बजट वर्ष 2019.20 में सालाना एक करोड़ की निकासी पर 2 प्रतिशत टीडीएस का प्रावधान कर दिया है। इस कारण किसानों को नकद भुगतान नहीं हो सकेगा। इसलिए अब सभी किसानों को भुगतान ऑनलाईन आरटीजीएस, एनईएफटी के माध्यम से बैंक खातों में किया जाएगा। -रामवीर किरार, मंडी सचिव, खरगोन

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो