यह काम हो रहे प्रभावित
सिंचाई : बारिश न होने से फसलों की ग्रोथ रुकी है। मांग के बाद नहरों में पानी छोड़ा है लेकिन अब बिजली कटौती से खेतों तक समय पर पानी नहीं पहुंच रहा। किसान कमल यादव ने बताया नहर से उनके खेत तक करीब १२ हजार फीट की लाइन डली है। पानी खेत तक पहुंचने में ही आधा घंटा लगता है। ऐसे में महज साढ़े तीन घंटे सिंचाई ही हो रही है।
इलेक्ट्रॉनिक काम : अघोषित कटौती के चलते इलेक्ट्रिक के कामकाज भी प्रभावित हो रहे हैं। वेल्डर युसूफ लोहार ने बताया नए मकानों पर लगने वाले वेंटीलेटर समय पर नहीं जुड़ रहे। इससे ग्राहकी पर असर पड़ रहा है।
जन-जीवन प्रभावित : बारिश की रोक के बीच तापमान फिर से ३५ डिग्री के ऊपर पहुंचा है। ऐसे में दिन तो दिन रात काटना मुश्किल हो रहा है। पंखें नहीं चल रहे। घरेलु कामकाज भी प्रभावित हो रहा है।
सिंचाई : बारिश न होने से फसलों की ग्रोथ रुकी है। मांग के बाद नहरों में पानी छोड़ा है लेकिन अब बिजली कटौती से खेतों तक समय पर पानी नहीं पहुंच रहा। किसान कमल यादव ने बताया नहर से उनके खेत तक करीब १२ हजार फीट की लाइन डली है। पानी खेत तक पहुंचने में ही आधा घंटा लगता है। ऐसे में महज साढ़े तीन घंटे सिंचाई ही हो रही है।
इलेक्ट्रॉनिक काम : अघोषित कटौती के चलते इलेक्ट्रिक के कामकाज भी प्रभावित हो रहे हैं। वेल्डर युसूफ लोहार ने बताया नए मकानों पर लगने वाले वेंटीलेटर समय पर नहीं जुड़ रहे। इससे ग्राहकी पर असर पड़ रहा है।
जन-जीवन प्रभावित : बारिश की रोक के बीच तापमान फिर से ३५ डिग्री के ऊपर पहुंचा है। ऐसे में दिन तो दिन रात काटना मुश्किल हो रहा है। पंखें नहीं चल रहे। घरेलु कामकाज भी प्रभावित हो रहा है।
अब पानी तो बिजली कम
किसानों ने कहा- इंदिरा सागर परियोजना की नहर में मांग पर दोबारा पानी छोड़ा गया है। अब यहां के पानी पर ही सिंचाई आश्रित है। लेकिन बिजली कम मिलने की वजह से यह काम भी बेपटरी हो गया है। किसानों ने मांग की है कि अघोषित कटौती को तत्काल बंद किया जाए और पूर्व की तरह सप्लाई दी जाए।
किसानों ने कहा- इंदिरा सागर परियोजना की नहर में मांग पर दोबारा पानी छोड़ा गया है। अब यहां के पानी पर ही सिंचाई आश्रित है। लेकिन बिजली कम मिलने की वजह से यह काम भी बेपटरी हो गया है। किसानों ने मांग की है कि अघोषित कटौती को तत्काल बंद किया जाए और पूर्व की तरह सप्लाई दी जाए।
ग्रामीण इलाकों में बिजली शेड्यूल
-4 घंटे रात में
-6 घंटे दिन में
अब ऐसी मिल रही बिजली
-2 घंटे रात में
-4 घंटे दिन में
(जानकारी ग्रामीणों के मुताबिक ) अघोषित कटौती का यह है कारण
-बढ़े डेम में पानी की कमी।
-कोयला सप्लाई प्रभावित।
-कुछ ग्रीड पर कटौती।
-कुछ ग्रीड पर बहाल व्यवस्था।
-4 घंटे रात में
-6 घंटे दिन में
अब ऐसी मिल रही बिजली
-2 घंटे रात में
-4 घंटे दिन में
(जानकारी ग्रामीणों के मुताबिक ) अघोषित कटौती का यह है कारण
-बढ़े डेम में पानी की कमी।
-कोयला सप्लाई प्रभावित।
-कुछ ग्रीड पर कटौती।
-कुछ ग्रीड पर बहाल व्यवस्था।
फैक्ट फाइल
-4.75 लाख बिजली कनेक्शन जिले में
-2.85 लाख घरेलु कनेक्शन
-1.20 लाख कृषि कनेक्शन
-5 हजार औद्योगिक कनेक्शन कोई बदलाव नहीं
-बिजली सप्लाई के शेड्यूल में कोई बदलाव नहीं है। एक-दो दिन गड़बड़ी के चलते कुछ जगह कटौती हुई थी। लेकिन स्थाई शेड्यूल नहीं बदला है। आगे से लगातार बिजली मिलेगी। -श्रीकांत भारस्कर, कार्यपालन यंत्री, एमपीइबी, खरगोन
-4.75 लाख बिजली कनेक्शन जिले में
-2.85 लाख घरेलु कनेक्शन
-1.20 लाख कृषि कनेक्शन
-5 हजार औद्योगिक कनेक्शन कोई बदलाव नहीं
-बिजली सप्लाई के शेड्यूल में कोई बदलाव नहीं है। एक-दो दिन गड़बड़ी के चलते कुछ जगह कटौती हुई थी। लेकिन स्थाई शेड्यूल नहीं बदला है। आगे से लगातार बिजली मिलेगी। -श्रीकांत भारस्कर, कार्यपालन यंत्री, एमपीइबी, खरगोन