उल्लेखनीय है कि पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह चौहान द्वारा वाहन चोरों के विरुद्ध विशेष अभियान चलाकर उनके खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। टीआई ललितसिंह डांगुर ने बताया कि 19 सितंबर को पुलिस टीम द्वारा पुनासा रोड पर रेलवे गेट के पास वाहनों की चेकिंग की जा रही थी। यहां बिना नंबर की एक बाइक लेकर युवक जाते हुए देखा गया। जो पुलिस टीम को देखकर इनपुन भोंगवा रोड की ओर से भागने लगा। जिसका पुलिस टीम ने पीछा कर पकड़ लिया।
नाम पता पूछने पर नाम शिवा पिता देवाराम केवट निवासी ग्राम नगवां थाना बैडिया हाल मुकाम ममता बाई का किराए का मकान पुनर्वास थाना मांधाता में रहना बताया। उसके पास मौजूद मोटरसाइकिल के संबंध में कागजात का पूछने पर नहीं होने की बात कही। मोटर साइकिल की चोरी की होने की शंका पर वाहन एक्टिव पोर्टल में चेक किया गया। तो थाना बाणगंगा इंदौर की मोटरसाइकिल की पहचान मिली।
एक-एक कर चार साथियों के नाम उगले
टीआई ने बताया कि पकड़े गए आरोपी शिवा से जब पूछताछ की गई, तो वह पहले तो इधर-उधर की बातें करने लगा। जिसके बाद सख्ती दिखाने पर उसने साथियों के नाम भी उगल दिए। पुलिस ने शिवा से मिली जानकारी क आधार पर अफजल खान, शुभम भंगरिया और दुर्गेश वर्मा धरदबोचा। इसमें शिवा पिता रेवाराम नगांवा के कब्जे से 6 दोपहिया वाहन, अफजल खान निवासी पुनर्वास के कब्जे से पांच मोटरसाइकिल, शुभम भगवान सिंह जाति राजपूत और दुर्गेश वर्मा निवासी इनपुन पुनर्वास के कब्जे से दो-दो मोटर साइकिलें जब्त की गई। इस प्रकार 4 आरोपियों से कुल 15 दोपहिया वाहन जब्त किए गए। इनमें पांच मोटरसाइकिल खरगोन जिले एवं आसपास के जिलों की 10 मोटरसाइकिल हंै।
इनकी रही भूमिका
एसआई दीपक तलवारे, एसआई अजय भाटिया, आरक्षक राकेश पाटिल, राजीव गुर्जर, बड़े राजा सिंह, जयप्रकाश पांडे, दिनेश रोमड़़े, राजकुमार दुबे, मधुर ठाकुर एवं महिला आरक्षक मोनिका की भूमिका रही।